बिहार में प्रचंड गर्मी, लू लगने से सैप जवान समेत दो की मौत; ड्यूटी के दौरान बिगड़ी तबियत

बिहार में प्रचंड गर्मी, लू लगने से सैप जवान समेत दो की मौत; ड्यूटी के दौरान बिगड़ी तबियत

ARA : बिहार में भीषण गर्मी का कहर दिखने को मिल रहा है। पूरा प्रदेश भीषण लू की चपेट में हैं। आलम यह है कि अबतक 30 से अधिक लोगों की मौत लू की वजह से हो चुकी है। इस बीच अब एक ताजा मामला भोजपुर से मिकल कर सामने आ रहा है। जहां लू लगने से सैप जवान समेत दो लोगों की मौत हो गयी है। जिसके बाद से इलाके में हड़कंप मचा हुआ है। 


मिली जानकारी के अनुसार, भोजपुर में  लू लगने से ऑन ड्यूटी सैप जवान समेत दोनों लोगों की मौत हो गई। उदवंतनगर थाना क्षेत्र के गजराजगंज ओपी में पदस्थापित ऑन ड्यूटी सैप जवान की अचानक मौत हो गई। इलाज के दौरान सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में उन्होंने दम तोड़ दिया। सैप जवान की मौत डिहाइड्रेशन की वजह से होने की बात कही जा रही है। मृतक जवान मूल रूप से गया जिला के गोरारु थाना क्षेत्र के कुरमथथु गांव निवासी स्व.नवरंग सिंह के 60 वर्षीय पुत्र उपेंद्र कुमार सिंह है। 


मृतक के साथी जवान ने बताया कि आज सुबह जब वे ड्यूटी पर थाने आए तो उन्होंने कहा कि मेरी तबीयत कुछ ठीक नहीं लग रही है। उसके बाद साथी जवान ने उन्हें गजराजगंज गांव स्थित एक निजी अस्पताल ले गए। जहां डॉक्टर ने उनका बीपी और शुगर चेक कर उन्हें दवा दी। इसके बाद वह अपने रूम पर ठहर गए और वे लोग ड्यूटी चले गए। ड्यूटी करके वह लोग वापस जब थाने लौटे तो उन्होंने देखा कि वह उल्टी कर रहे हैं। इसके बाद साथी जवान के द्वारा उन्हें इलाज के लिए आरा सदर अस्पताल लेकर आए। यहां इलाज के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया।


वहीं, लू के लगने के कारण यूपी निवासी के युवक की मौत हो गयी है। कोइलवर थाना क्षेत्र के गीधा ओपी अंतर्गत गीधा गांव स्थित गैस प्लांट में अचानक तबीयत बिगड़ने से यूपी निवासी गैस टैंकर चालक की मौत हो गई। इलाज के दौरान दधनुपरा स्थित निजी अस्पताल में उसने दम तोड़ दिया। मृतक उत्तर प्रदेश के प्रयागराज (इलाहाबाद) जिला के धुमगंज थाना क्षेत्र के राजपुर प्रयागराज (इलाहाबाद) निवासी बच्चू लाल के 55 वर्षीय पुत्र राजेश कुमार है। वह पेशे से चालक थे एवं वह इंडियन ऑयल का गैस टैंकर चलाते थे।


इधर, इस मामले को लेकर मृतक के साथी मो. शकील ने बताया कि वह  प्रयागराज से गैस टैंकर लेकर गीधा गांव स्थित इंडियन गैस एजेंसी में गैस लोड करने आए थे और उन्हें वापस प्रयागराज लौटना था। इसी बीच उनकी तबीयत अचानक खराब हो गई। इसके बाद वहां मौजूद प्लांट के कर्मी उन्हें इलाज के लिए धरहरा स्थित निजी अस्पताल ले गए। यहां इलाज के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया।