Google Gemini Photo Trend: सोशल मीडिया पर Nano Banana की धूम, यह कितना है सुरक्षित? जानिए... 25 सितंबर से ईरोड-जोगबनी के बीच चलेगी अमृत भारत एक्सप्रेस, हर गुरुवार और रविवार को ट्रेन का होगा परिचालन BIHAR NEWS : किराए के मकान में घुसकर छात्रा की गला रेतकर हत्या, मां गंभीर रूप से हुई घायल Katihar News: कटिहार में भीषण सड़क हादसा, ट्रक-ऑटो-बाइक की टक्कर में कई लोग घायल Bihar vigilance : भूमि विवाद निपटारे के नाम पर रिश्वत लेते पकड़ा गया कर्मचारी, निगरानी टीम ने दबोचा Bihar Dsp Transfer: नीतीश सरकार ने सात DSP का किया ट्रांसफर-पोस्टिंग, लिस्ट देखें.... Bihar Politics: ‘झूठ बोलने की मशीन बनकर घूम रहे पीएम’ आरजेडी सांसद सुधाकर सिंह ने पीएम मोदी को बताया सबसे नकारा प्रधानमंत्री Pitru Paksha 2025: पितृ पक्ष में सफेद रंग क्यों होता है जरूरी? जानें... इसके पीछे का रहस्य Bihar News: बिहार के इस जिले को बाढ़ से मिलेगी मुक्ति, जल्द शुरू होने जा रहा यह बड़ा काम; सरकार ने दे दी मंजूरी Bihar News: बिहार के इस जिले को बाढ़ से मिलेगी मुक्ति, जल्द शुरू होने जा रहा यह बड़ा काम; सरकार ने दे दी मंजूरी
1st Bihar Published by: Asmeet Updated Sun, 28 Feb 2021 12:14:09 PM IST
- फ़ोटो
PATNA : बिहार में पंचायत चुनावों का बिगुल बजने वाला है. हालांकि सूबे में पंचायत चुनाव दलीय आधार पर नहीं हो रहे हैं लेकिन इसके बावजूद भारतीय जनता पार्टी ने पंचायत चुनाव के लिए कमर कस ली है. बीजेपी ने फैसला किया है कि दलीय आधार पर चुनाव नहीं होने के बावजूद पार्टी की तरफ से समर्थित उम्मीदवारों को जीत दिलाने के लिए रणनीति बनाकर काम किया जाएगा. इतना ही नहीं बीजेपी के नेता पार्टी समर्थित उम्मीदवारों के लिए चुनाव प्रचार भी करेंगे.
बिहार प्रदेश बीजेपी ने यह फैसला किया है कि पंचायत चुनाव में पार्टी के जो नेता और कार्यकर्ता मैदान में उतरेंगे, उन्हें हर संभव मदद दी जाएगी. इसके लिए पार्टी के प्रदेश चुनाव सेल की तरफ से आज एक कार्यशाला का भी आयोजन किया गया. इसमें पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री नंदकिशोर यादव के साथ-साथ राज्य सरकार के मंत्री जनक राम भी शामिल हुए. बैठक के बाद इन नेताओं ने कहा कि भले ही दलीय आधार पर चुनाव नहीं कराए जा रहे हो लेकिन इसके बावजूद पार्टी के जो भी नेता और कार्यकर्ता पंचायत चुनाव में उतरेंगे, उन्हें हर तरह की कानूनी मदद भी पार्टी मुहैया कराएगी.
दरअसल, बीजेपी का मकसद पंचायत चुनाव के जरिए अपने संगठन को निचले स्तर तक ले जाना है. बीजेपी जानती है कि दलीय चुनाव नहीं होने की स्थिति में वह अपने सिंबल पर उम्मीदवारों को खड़ा नहीं कर सकती लेकिन पीछे से खड़े होकर पार्टी के समर्थित उम्मीदवारों के जरिए अपनी साख को जरूर पढ़ा सकती है. इसी रणनीति पर काम करते हुए बीजेपी ने पंचायत चुनाव पर फोकस कर दिया है. एक तरफ जहां दूसरे दलों ने पंचायत चुनाव को लेकर कोई रणनीति नहीं बनाई है वहीं बीजेपी ना केवल प्लान तैयार कर चुकी है बल्कि उसको एक्टिवेट मोड में भी ले जा रही है.