शराबबंदी वाले बिहार में पकड़ी गई 55 लाख की शराब, होली में खपाने की थी तैयारी

शराबबंदी वाले बिहार में पकड़ी गई 55 लाख की शराब, होली में खपाने की थी तैयारी

CHHAPRA: बिहार में त्योहारों के नजदीक आते ही शराब माफिया सक्रिय हो जाते हैं और दूसरे राज्यों से भारी मात्रा में खराब की खेप को बिहार भेजना शुरू कर देते हैं। रंगों के त्योहार होली के नजदीक आते ही शराब के अवैध कारोबारी एक बार फिर से सक्रिय हो गए हैं। उत्पाद विभाग की टीम ने एक कंटेनर से करीब 55 लाख रुपए की शराब की बड़ी खेप को जब्त किया है। बरामद शराब की डीलीवरी मुजफ्फरपुर और छपरा में होनी थी इससे पहले ही छपरा में उत्पाद विभाग की टीम ने शराब की खेप को जब्त कर लिया।


दरअसल, बिहार में होली के मौके पर शराब पीने की पुरानी परंपरा रही है। शराबियों के लिए बिना शराब की होली फींकी पड़ जाती है। बिहार में शराबबंदी के बाद शराब का शौक रखने वाले लोगों के लिए होली का मजा कम हो गया है। ऐसे में होली के मौके पर शराब माफिया एक्टिव हो जाते हैं और बाहर के राज्यों से बिहार में शराब की खेप पहुंचाना शुरू कर देते हैं। छपरा में मद्यनिषेध विभाग ने स्कैनर के माध्यम से 55 लाख रुपये के विदेशी शराब को पकड़ है। साथ ही कंटेनर ड्राइवर को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस को भ्रमित करने के लिए कंटेनर में सामान पैक करने का मैटेरियल होने की बिल्टी तैयार की गई थी। शराब को मुजफ्फरपुर और छपरा में देना था।


शराबबंदी वाले बिहार में शराब तस्करी के लिए तस्कर नए-नए हथकंडों का इस्तेमाल कर रहे हैं। तस्कर पैकिंग रोल में शराब छिपाकर उसकी तस्करी कर रहे थे। शराब के साथ पकड़े गए कंटेनर चालक ने बताया कि शराब का ट्रांसपोर्ट द्वारा बिल्टी चंडीगढ़ से पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी तक का बनाया गया था ताकि ट्रांसपोर्ट के ओरिजनल कागजात के आधार पर पुलिस और मद्यनिषेध विभाग को भ्रामित किया जा सके। चालक को डिलीवरी का स्थान हरियाणा में बैठे शराब तस्कर द्वारा फोन पर बताई जा रही थी।


उत्पाद अधीक्षक रजनीश ने बताया कि सभी संलिप्त लोगों के खिलाफ टीम जांच कर रही है। इकोनॉमिक ट्रांससेफ लॉजेक्टिक कंपनी के कागजात पर लुधियाना के पांडेय ट्रेडर्स से सिलीगुड़ी के आरपी ट्रेडिंग कंपनी को समान भेजा जा रहा था। इसमे संलिप्त सभी लोगों के खिलाफ जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी। कंटेनर से 278 कार्टन शराब बरामद की गई है जिसका बाजार मूल्य करीब 55 लाख रुपए हैं। इसे मद्यनिषेध विभाग द्वारा मांझी थाना को सुपुर्द कर दिया गया। कंटेनर को रोके जाने के बाद चालक द्वारा ट्रांसपोर्ट का ओरिजनल कागजात दिखाया गया। लेकिन स्कैनर से स्कैन करते ही सभी को सच दिख गया। सीलबंद कंटेनर के बीचों बीच भारी संख्या में शराब लदी हुई थी।