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1st Bihar Published by: HARERAM DAS Updated Sat, 12 Nov 2022 04:54:03 PM IST
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BEGUSARAI: बिहार में विपक्ष के साथ साथ सत्ताधारी दल भी नीतीश की शराबबंदी पर सवाल उठा रहे हैं। बीजेपी के साथ साथ नीतीश के अपने खेमे के लोग भी शराबबंदी को फेल बता रहे हैं। सरकार की सहयोगी हम, कांग्रेस, आरजेडी और खुद जेडीयू के बाद अब सीपीआई ने भी बिहार में शराबबंदी को पूरी तरह से विफल करार दिया है। अब सीपीआई के विधायक सूर्यकांत पासवान ने भी कह दिया है कि सरकार के प्रयास की सराहना होनी चाहिए लेकिन बिहार में पूर्ण शराबबंदी कानून लागू नहीं हो सका है। सरकार लाख कोशिश कर ले लेकिन जबतक राज्य के लोग जागरूक नहीं होंगे शराबबंदी सफल नहीं होगी।
CPI के विधायक सूर्यकांत पासवान ने कहा है कि राज्य के के लोग इस बात को अच्छी तरह से जानते रहे हैं कि इस कानून के लागू होने के बाद से सड़क पर शराब पीकर हंगामा करने की घटनाओं में कमी आई है। शराबियों के डर से लोग अपना रास्ता बदल लेते थे। लेकिन बिहार में शराब पूरी तरह से बंद नहीं हुआ है। सरकार प्रयास जरूर कर रही है लेकिन उसमें उसे सफलता नहीं मिल रही है। इसलिए यह कहने में कोई परहेज नहीं है कि बिहार में पूर्ण शराबबंदी नहीं हुई है। उन्होंने कहा है कि शराबबंदी को लेकर सरकार चिंतित है लेकिन जब तक लोग खुद जागरूक नहीं होंगे, तबतक बिहार में शराबबंदी संभव नहीं है।
बता दें कि बिहार में इन दिनों शराबबंदी को लेकर सियासी पारा गरम हो गया है। विपक्ष में बैठी बीजेपी की बात तो दूर खुद सरकार के सहयोगी दल शराबबंदी पर सवाल उठा रहे हैं। पिछले दिनों हम के संरक्षक जीतनराम मांझी ने कहा था कि क्वार्टर पीने वालों को गिरफ्तार करना गरीबों पर अत्याचार के समान है। इसके बाद नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू के संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने कह दिया कि बिहार में शराबबंदी पूरी तरह से फेल है।
इसके बाद कांग्रेस की विधायक प्रतिमा दास ने भी सवाल उठाया था कि जब बिहार में शराबबंदी कानून लागू है तो शराब की खेप कहां से पकड़ी जा रही है। इसके बाद सरकार में आरजेडी कोटे से मंत्री बने समीर महासेठ ने कह दिया कि बिहार के लोगों को शराबबंदी को लेकर जो अपेक्षा थी उसमें सरकार सफल नहीं हो पा रहे हैं।अब सरकार में शामिल सीपीआई ने भी शराबबंदी पर सवाल उठा दिया है।