PATNA : बिहार में शराबबंदी कानून लागु है। राज्य के अंदर कहीं भी शराब पीना या इसका कारोबार करना क़ानूनी जुर्म हैं, इसको लेकर कठोर सजा का भी प्रावधान हैं। इसके बाबजूद इस कानून कि हकीकत क्या है इसकी झलक आए दिन देखने को मिल जाती है। वहीं, विपक्षी पार्टी द्वारा भी इस कानून को सबसे अधिक असफल कानून करार दिया जाता है। इसके साथ ही बीच- बीच में सरकार में सहयोगी जीतन राम मांझी द्वारा भी इसको लेकर सवाल उठाए जाते हैं। इसी कड़ी में अब बिहार सरकार में मंत्री और राजद सुप्रीमों लालू यादव के बड़े पुत्र तेजप्रताप यादव ने बड़ी बात कह डाली है।
बिहार सरकार में वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के मंत्री तेजप्रताप यादव ने कहा है कि, बिहार में शराब पुरे तरीके से बंद रहेगा। इसके साथ ही शराबबंदी लागु होने के बाद भी जहरीली शराब का सेवन करने से मरे लोगों को कोई भी सरकारी मदद नहीं मिलना चाहिए। इसको लेकर यदि कोई विरोध करता है तो यह बिल्कुल गलत है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि, अधिक विरोध हुआ तो हम भी अपने स्तर से आंदोलन की शुरुआत करेंगे।
इसके आगे उन्होंने पिछले दिनों राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी द्वारा गुजरात के तर्ज पर बिहार में शराब शुरू करने को लेकर दिए गए बयानों पर अपनी बात रखते हुए कहा कि, मुझे जो भी शराब पीते दिख गया उसे उठाकर अपनी गाड़ी से जेल भेजेंगे। इसके आलावा उन्होंने बिहार कर्मचारी चयन आयोग पेपर लिक मामले में भी अपनी बात रखते हुए कहा कि, इस मामले में सरकार ने संज्ञान लिया है। यह सरकार कारवाई वाली सरकार है जो दोषी होगा उसपर कार्रवाई होगी। इसको लेकर हमारी सरकार तेजी के साथ काम कर रही है, जो दोषी होंगे उस पर सख्त कार्रवाई होगी।
इसके आलावा उन्होंने बिहार में रोजगार को लेकर कहा कि, हमलोग रोजगार दे रहे हैं और आगे भी रोजगार देने का काम करेंगे। बिहार में जंगलराज में नहीं रोजगार का राज है। जिन युवायों को रोजगार मिला उनसे जाकर पूछ लीजिए कि यह सरकार काम कर रही है की नहीं। इसलिए मेरे पीछे कौन क्या बोल रहा है उससे मुझें कोई फर्क नहीं पड़ता है।