PATNA : बिहार में मुखिया को स्पेशल टास्क सौंपा गया है. गर्मी बढ़ने के कारण पीने की पानी की किल्लत न हो, इसके लिए विभिन्न पंचायतों के मुखिया विभाग के अधिकारियों को फोन पर फीडबैक देंगे. पीएचइडी विभाग के सचिव जितेंद्र श्रीवास्तव की अध्यक्षता में जल स्तर में होने वाले गिरावट को लेकर समीक्षा बैठक में यह निर्णय लिया गया है.
पीएचइडी के अधिकारियों को कहा गया है कि वे ग्राम पंचायत के मुखिया से अगस्त महीने तक फीडबैक ले लें. विभाग के सीनियर अफसर की ओर से जारी निर्देश के मुताबिक कंट्रोल रूम के हर प्रभारी पदाधिकारी पंचायतों के मुखिया से फोन पर हर घर नल का जल योजना का फीडबैक लेंगे. ताकि यह पता चल सके कि हर घर नल का जल योजना योजना सुचारु रूप से चल रही है या नहीं.
अधिकारियों को भू-जल के स्तर का फीडबैक लेने को भी कहा गया है, जहां भी जल स्तर में गिरावट की सूचना मिलेगी, तुरंत इसकी सूचना विभाग को देने को कहा गया है. लोक स्वास्थ्य प्रमंडल भागलपुर पूर्व-पश्चिम, बांका, पटना पूर्व-पश्चिम के कार्यपालक अभियंताओं को निर्देश दिया गया कि वे पंचायत वार जल स्तर का ब्योरा तैयार कर वैसे पंचायतों में मरम्मती दल भेज कर शत प्रतिशत चापाकल की मरम्मत कराएं. आपको बता दें कि समीक्षा के क्रम में भागलपुर पूर्व, भागलपुर पश्चिम, बांका, पटना पूर्व एवं पटना पश्चिम के जल स्तर में पिछले वर्षों की तुलना में गिरावट देखी गई है.
पीएचइडी विभाग के सचिव जितेंद्र श्रीवास्तव ने कहा कि "बढ़ती गर्मी को देखते हुए आपदा कोषांग का गठन किया गया है. कंट्रोल रूम में बैठे पदाधिकारी जनप्रतिनिधियों से भी जलापूर्ति योजनाओं का हर दिन पूरा ब्योरा लेंगे, ताकि कहीं भी पानी की दिक्कत नहीं हो."