बिहार में लॉकडाउन की उड़ी धज्जियां, श्राद्ध कर्म में किया गया था ऑर्केस्ट्रा का आयोजन, पुलिस ने रोका तो ग्रामीणों ने कर दिया हमला

बिहार में लॉकडाउन की उड़ी धज्जियां, श्राद्ध कर्म में किया गया था ऑर्केस्ट्रा का आयोजन, पुलिस ने रोका तो ग्रामीणों ने कर दिया हमला

DESK: एक ओर जहां पूरे देश में कोरोना की दूसरी लहर से त्राहिमाम मचा हुआ है। बिहार में भी स्थिति ठीक नहीं है। कोरोना संक्रमण के बढ़ते चेन को तोड़ने के लिए सरकार ने पूरे राज्य में 15 मई तक लॉकडाउन लगाया। इस दौरान घर से बाहर निकलने वाले लोगों पर सख्ती बरती जा रही है। उनसे कोरोना के लिए बने गाइडलाइन का पालन करने की अपील की जा रही है। लेकिन वही बिहार के सारण जिले में लोग लॉकडाउन की धज्जियां उड़ाते दिखे। आपको यह जानकर हैरानी होगी कि खुशी के मौके पर नहीं बल्कि श्राद्धकर्म के मौके पर अमनौर के लखना यादव टोले में ऑर्केस्ट्रा का आयोजन किया गया था।


इस बात की खबर जैसे ही पुलिस को लगी तब मौके पर पहुंची पुलिस ने कार्यक्रम को बंद कराने की कोशिश की। जो ग्रामीणों को नागवार गुजरा। फिर क्या था ग्रामीणों ने पुलिस की टीम पर जानलेवा हमला कर दिया। इस दौरान लखना यादव टोले में जमकर लाठी-डंडे और पत्थरबाजी शुरू हो गयी। जिसमें थानाध्यक्ष सहित 4 पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हो गये। वही 6 पुलिसकर्मियों को हल्की चोटें भी आयी हैं। ग्रामीणों ने इस दौरान अमनौर थाना और सीओ की गाड़ी को भी क्षतिग्रस्त कर दिया। पुलिस पर हुए हमले की यह घटना गुरुवार की रात की बतायी जा रही है। 


घटना की सूचना पाकर मढौरा डीएसपी इन्द्रदेव बैठा भेल्दी, तरैयां, मकेर, परसा व मढौरा पुलिस सहित पांच थानों की पुलिस बल के साथ पहुंचे तब जाकर स्थिति को नियंत्रित किया गया। पुलिस ने इस मामले में फौरन कार्रवाई करते हुए पांच लोगों को गिरफ्तार कर लिया।गिरफ्तार लोगों में लखना निवासी अवधेश राय , मशरक के मंगेश पंडित ,रतन पंडित ,बीरेन्द्र पंडित व रंजन पंडित का नाम शामिल है । वही घायलों में थानाध्यक्ष सुजीत कुमार, सैप के जवान आर.एन. सिंह, होमगार्ड के जवान राजकिशोर शर्मा व सुदर्शन सिंह और अन्य पुलिसकर्मी शामिल हैं। किसी तरह जान बचाकर थाना पहुंचे घायल पुलिस कर्मियों को इलाज के लिए पीएचसी में एडमिट कराया गया। 


बताया जाता है कि अमनौर के लखना यादव टोला में स्व.सकल राय के श्राद्ध कर्म के अवसर पर रात्रि में मनोरंजन को लेकर आर्केस्ट्रा का आयोजन किया गया था। जहां बिना मास्क लगाये लोगों की काफी भीड़ जुटी थी। कुछ लोगों ने इसकी सूचना डीएम को दी।  डीएम ने सीओ सुशील कुमार को मामले पर संज्ञान लेने का निर्देश दिया। जिसके बाद सीओ सुशील कुमार व थानाध्यक्ष दल -बल के साथ उक्त स्थल पर पहुंचे और आयोजकों से नाच -गाना व साउन्ड बॉक्स बंद करने को कहा पर लेकिन उनकी बातों लोगों ने अनसुना कर दिया जिसके बाद जब पुलिस दबाव बनाने लगी तो आयोजक और ग्रामीण पुलिस बल से उलझ गये और देखते ही देखते लाठी-डंडे और पथराव शुरू हो गया। ग्रामीणों के हमले में कई पुलिसकर्मी घायल हो गये। इस दौरान घंटों अफरा-तफरी की स्थिति बनी रही।


इस मामले में पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है वही 21 लोगों को नामजद और 30 अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है। इन सभी पर लॉकडाउन का उल्लंघन करने, भीड़ जुटाने, आर्केस्ट्रा का आयोजन करने, प्रशासन व पुलिस बल पर जानलेवा हमला और मारपीट करने, सरकारी कार्यों में बाधा डालने का आरोप लगाया गया है ।