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1st Bihar Published by: Updated Mon, 26 Dec 2022 03:10:34 PM IST
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PATNA: बिहार में BSSC पेपर लीक मामले को लेकर विपक्षी दल बीजेपी ने सरकार को घेरना शुरू कर दिया है। बीजेपी का आरोप है कि सरकार छोटे कर्मचारियों को बलि का बकरा बना रही है और बड़े अधिकारियों को बचाने का खेल खेला जा रहा है। नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने कहा है कि बीएसएससी का मामला हो या बीपीएससी पेपर लीक का मामला सारा खेल टॉप लेवल के अधिकारियों द्वारा किया जाता है। बिहार में नियुक्ति निकलने के साथ ही उसकी बोली लगनी शुरू हो जाती है। उन्होंने BSSC की परीक्षा को रद्द कर पूरे मामले की सीबीआई से जांच कराने की मांग सरकार से की है।
विजय कुमार सिन्हा ने नीतीश सरकार पर हमला बोलते हुए कहा है कि बीएसएसपी पेपर लीक मामले में सरकार जांच के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति कर रही है। उच्च पदों पर बैठे अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं कर सरकार सिर्फ नीचले स्तर के कर्मचारियों पर कार्रवाई कर रही है। उन्होंने कहा कि सरकार पेपर लीक मामले में बड़े अधिकारियों की जिम्मेवारी तय होनी चाहिए लेकिन सरकार उन अधिकारियों को बचाने का खेल खेल रही है। बीएसएससी के साथ साथ बीपीएससी की परीक्षाओं में भी पेपर लीक होना आम बात हो गई है।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा है कि बिहार में जैसे ही कोई नियुक्ति निकलती है उसकी बोली लगनी शुरू हो जाती है और यह सारा खेल टॉप लेवल पर होता है।उन्होंने कहा कि सरकार को चाहिए कि वह इस पूरे मामले की जांच सीबीआई से कराए। इसके साथ ही लंबे समय से जो उच्च पदों पर बैठे हुए अधिकारी हैं उनकी जिम्मेवारी तय कर उनके खिलाफ कार्रवाई करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि सरकार की भ्रष्ट अधिकारियों से मिलीभगत है और वह नहीं चाहती है कि जो प्रतिभावान छात्र-छात्राएं हैं वे आगे आएं। सरकार परीक्षा को रद्द कर इसकी सीबीआई जांच कराए।
उन्होंने कहा कि बीपीएससी या बीएसएससी की परीक्षा अगर सरकार की नामामी के कारण परीक्षा रद्द होती है तो सरकार उन परीक्षार्थियों को परीक्षा की फीस और आने जाने में जो खर्च हुआ है, उन्हें पांच से दस हजार रुपए का भुगतान करे। विजय सिन्हा ने कहा कि तेजस्वी यादव जब नेता प्रतिपक्ष थे तो मांग करते थे कि परीक्षा रद्द होने पर सरकार छात्रों के खर्च की भरपाई करे लेकिन आज जब सरकार में हैं तो चुप्पी साध रखी है। सरकार की नाकामी के कारण बच्चों के मन में निराशा पैदा हो रही है। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में जनता मालिक होती है और वही जनता आने वाले दिनों में सरकार की तानाशाही पर लगाम लगाएगी।