बिहार में केंद्र की कोई योजना नहीं, ललन सिंह बोले- अपने बूते राज्य का विकास कर रही सरकार

बिहार में केंद्र की कोई योजना नहीं, ललन सिंह बोले- अपने बूते राज्य का विकास कर रही सरकार

PATNA: एक तरफ जहां बीजेपी यह दावा कर रही है कि बिहार में अबतक जो भी विकास हुआ है वह केंद्र सरकार के पैसों से हुआ है तो वहीं दूसरी तरफ जेडीयू का कहना है कि बिहार के विकास में केंद्र सरकार की कोई भूमिका नहीं है और राज्य सरकार अपने बूते पर बिहार को आगे ले जा रही है। बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल के यह कहने पर कि केंद्र के पैसों से बिहार का विकास हुआ है,इसपर जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने बीजेपी से हिसाब मांग लिया है कि वह बताए कि बिहार के विकास में केंद्र का क्या योगदान है। ललन सिंह ने कहा है कि बिहार में केंद्र की कोई योजना नहीं है, जो भी योजनाएं हैं बिहार सरकार उसे अपने बूते पर चला रही है।


ललन सिंह ने बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा कि बिहार के विकास में केंद्र सरकार का क्या योगदान है बीजेपी को इसका हिसाब देना चाहिए। उन्होंने कहा कि बिहार की योजनाओं में थोड़ा सा पैसा लगाकर केंद्र सरकार ढोल पिटती है कि उसकी योजना है। नीतीश कुमार ने साल 2015 में बिहार में हर घर नल का जल योजना शुरू किया, जिसे 2019 में केंद्र सरकार ने अपनाया। जब 90 फसदी यह योजना पूरी हो चुकी थी तब केंद्र सरकार ने कुछ पैसे देने का प्रस्ताव दिया, जिसे बिहार सरकार ने स्वीकार नहीं किया। 


उन्होंने कहा कि बिहार में केंद्र की कोई योजना नहीं है। बिहार में हर घर बिजली पहुंचाई गई, पूरा पैसा राज्य सरकार का लगा। हर घर नल का जल हो या गांव में गली नाली का पक्कीकरण सारी योजनाएं बिहार सरकार की हैं और इसमें केंद्र सरकार की कोई भागीदारी नहीं है। बीजेपी के लोगों को बोलना है बोलते रहे, काम नहीं करने वालों का सिर्फ एक काम होता है प्रचार करना और वही काम बीजेपी के लोग कर रहे हैं।


बता दें कि बिहार में महागठबंधन की सरकार बनने के बाद से ही जेडीयू और आरजेडी के मंत्री केंद्र सरकार पर बिहार की अनदेखी करने का आरोप लगा रहे हैं। बिहार सरकार के मंत्री लगातार यह आरोप लगा रहे हैं कि केंद्र की बीजेपी सरकार बिहार के हिस्से का पैसा नहीं दे रही है, जिसके कारण योजनाओं को पूरा करने में परेशानी आ रही है। हालांकि संजय जायसवाल ने यह दावा किया है कि बिहार में अबतक जो भी विकास के काम हुए हैं वह केंद्र सरकार के पैसों से हुए हैं।उन्होंने कहा था कि बिहार का विकास करने में मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री सक्षम नहीं हैं और बहाना बना रहे हैं कि केंद्र से बिहार को पैसे मिलने बंद हो गए हैं।