बिहार में जानलेवा लू! हीट स्ट्रोक से दारोगा की मौत, दो दिनों से खराब थी तबीयत

बिहार में जानलेवा लू!  हीट स्ट्रोक से दारोगा की मौत, दो दिनों से खराब थी तबीयत

SIWAN : बिहार में पिछले कुछ दिनों से भीषण गर्मी का प्रकोप देखने को मिल रहा है। राज्य के अंदर भीषण लू का कहर देखने को मिल रहा है। आलम यह है कि, इस भीषण गर्मी लोगों की राह चलते जान जा रही है। प्रदेश में अबतक 44 लोगों की जान लू लगने के कारण हुई है। इसी कड़ी में अब एक ताजा मामला सिवान से निकल कर सामने आ रहा है। जहां लू लगने के कारण दारोगा की मौत हो गई है। 


दरअसल, बिहार में पड़ रहे भीषण गर्मी के बीच सीवान में हीट स्ट्रोक से एक पीटीसी दारोगा की मौत हो गई। इस दरोगा का दो दिनों से उसकी तबीयत खराब थी। निजी अस्पताल में इलाज के क्रम में पीटीसी दारोगा की मौत हुई है। दारोगा कलामुद्दीन खान हुसैनगंज थाने में तैनात था। वह रोहतास जिले का रहने वाला था। यह हुसैनगंज थाने में पीटीसी दारोगा के पद पर सेवा दे रहा था।


बताया जा रहा है कि, सीवान सदर अस्पताल में इलाज के दौरान स्वास्थ्य लाभ नहीं मिलने के बाद कलामुद्दीन खान को जब निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था तो 108.0 F था। जिसके बाद उनकी हीट स्ट्रोक से मौत हुई है। सीवान में रकरीब 20-25 मरीज ऐसे आए जिनको हीट स्ट्रोक का खतरा था। उनके शरीर का तापमान 104.0 F से ज्यादा था। 


वहीं, इस घटना को लेकर हुसैनगंज थानाध्यक्ष विजय कुमार ने बताया कि कलामुद्दीन खान की दो दिनों से तबीयत खराब थी।  बाजार से उन्होंने दवा खरीदकर खाई थी। इसके बाद भी तबीयत ठीक नहीं हुई तो दरोगा अपने रूम पर चले आए। जब रात में  10 बजे कुक खाना लेकर उनके कमरे में पहुंचा तो वो बेसुध पड़े थे। कुक ने उनका पैर पकड़कर हिलाया तो पता चला कि पैर बहुत गर्म है। इसके बाद इनको इलाज के लिए भर्ती कराया गया।  जहां इनकी मौत हो गई। 


इधर , घटना के बाद फिलहाल पुलिस विभाग के द्वारा इसकी जानकारी पीटीसी दारोगा के परिजनों को दे दी गई है। रोहतास जिले से परिजनों के आने के बाद आगे की प्रक्रिया पुलिस विभाग के द्वारा की जाएगी। दारोगा की मौत के बाद सहयोगी भी शोक में डूबे हैं।