1st Bihar Published by: Updated Fri, 06 May 2022 08:07:38 AM IST
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PATNA : इन दिनों बिहार के कई राज्यों में बारिश और अंधी-तूफान देखने को मिल रहा है। जहां प्री-मानसून में औसत 81.7 एमएम बारिश होती है। वहीं इसबार इससे अधिक 109 फीसदी होने का अनुमान लगाया जा रहा है। राज्य में साल 2013 से 2021 तक प्री-मानसून के बीच दाे बार 2018 और 2019 में सामान्य से कम बारिश देखने को मिली। जबकि 2021 में 227 फीसदी से अधिक बारिश रिकाॅर्ड की गई है।
मौसम विभाग के अनुसार साल 2018 में 70.1 एमएम और 2021 में 267.5 एमएम बारिश हुई। प्री-मानसून के बीच बिहार में पूर्वी और दक्षिण-पूर्वी हवाओं का प्रभाव देखने को मिला। इसी कारण उत्तर बिहार में सबसे ज्यादा बारिश हाेती है। वहीं, मई 2021 में 15 बार ट्रफ रेखा बिहार के ऊपरी हिस्से से होकर गुजरी। साथ ही साथ 22 दिनों तक चक्रवाती हवाएं भी सक्रिय रही। इस साल 5 दिनों के अंदर 3 और 4 मई को ट्रफ रेखा बिहार के ऊपरी हिस्से से होकर गुजरी है। जबकि 28 अप्रैल से 5 मई तक चार बार बिहार के उत्तरी हिस्से में चक्रवाती हवाओं का असर जारी रहा। मौसम विभाग ने मई में सामान्य से ज्यादा बारिश होने की संभावना जताई है।
मौसम विभाग के अनुसार बिहार में 12 से 15 जून के दौरान मानसून आने का अनुमान लगाया जा रहा है। 2002 से 2021 तक 20 साल के दौरान सबसे देर से मानसून 2018 में 25 जून को आया था और वापसी भी सबसे जल्दी हुई थी। 2006 में सबसे जल्दी 6 जून को मानसून आया था और 9 अक्टूबर को वापसी हुई थी। इस साल सिस्टम की सक्रियता की वजह से प्री-मानसून के बीच सामान्य से ज्यादा बारिश होने का अनुमान लगाया जा रहा है।