PATNA : बिहार की राजनीति के लिए आज का दिन बेहद अहम है। नीतीश सरकार को आज विधानसभा में बहुमत साबित करना है। विधानसभा में फ्लोर टेस्ट से पहले बिहार में हलचल तेज है। एक ओर बीजेपी और जेडीयू की ओर पर्याप्त संख्या का दावा किया जा रहा है वहीं दूसरी ओर से आरजेडी नेता के तरफ से बिहार में ऑपरेशन लोटस पर ऑपरेशन लालटेन के भारी पड़ने का दावा किया जा रहा है। जहां एक ओर आरजेडी, कांग्रेस के विधायकों को तेजस्वी आवास पर रोका गया है तो बीजेपी के सभी विधायकों को पटना के होटल पाटलिपुत्र एग्जॉटिका में शिफ्ट किया गया है, जबकि जेडीयू ने अपने विधायकों को चाणक्य होटल में रुकने के लिए कहा है।
वहीं, बिहार विधानमंडल का बजट सत्र सोमवार से शुरू हो रहा है। इस सत्र के काफी हंगामेदार होने की संभावना है। महागठबंधन की सरकार हटने और एनडीए की नयी सरकार बनने के बाद राज्य में राजनीतिक रस्साकशी चल रही है। सरकार ने भी वर्तमान अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी को हटाने के लिए विधानसभा सचिवालय को संकल्प दिया है। वहीं, विधानसभा सचिवालय ने 12 फरवरी के बजट सत्र के पहले दिन की कार्यवाही तय कर दी है।
मंत्री विजय कुमार चौधरी ने बताया कि राज्यपाल के संबोधन के बाद विधानसभा अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी को हटाये जाने संबंधी अविश्वास प्रस्ताव (संकल्प) को विचार के लिए सदन में रखा जायेगा. इस पर चर्चा होगी। उस चर्चा को संपादित करने का प्रावधान है. वर्तमान अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी पुकारेंगे कि कितने लोग अध्यक्ष को हटाने के प्रस्ताव का समर्थन करते हैं। इस संबंध नियमावली के अनुसार कम से कम 38 सदस्यों को खड़ा होकर उसका समर्थन करना है। यदि 38 या उससे अधिक अध्यक्ष को हटाने के प्रस्ताव के समर्थन में खड़े हो जायेंगे तो संविधान के अनुसार वो प्रस्ताव वैधानिक रूप से स्वीकृत हो जाता है।
इधर, इस पुरे मामले पर सत्ता पक्ष और विपक्ष में हंगामा होने की संभावना है। इस कार्यवाही के दौरान अपने-अपने सदस्यों को सदन में मौजूद रहने को लेकर सभी पार्टियों ने व्हिप जारी कर दिया है। अध्यक्ष को लेकर जो निर्णय होगा उसके अनुसार फिर नये चुने गये अध्यक्ष के आसन पर बैठते के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सदन में प्रस्ताव रखेंगे कि ‘यह सभा वर्तमान राज्य मंत्रिपरिषद में विश्वास व्यक्त करती है’. फिर सदन के अध्यासी सदस्यों का मनोनयन होगा और कार्यमंत्रणा समिति गठित की जायेगी।
उधर, फ्लोर टेस्ट को लेकर सत्ता तथा विरोधी खेमा दोनों ओर से विधायकों को एकजुट रखने की कवायद चरम पर रही। रात्रि भोज और बैठकों का दौर जारी। सियासी अफरा-तफरी के बीच पटना में काफी गहमागहमी रही। भाजपा के विधायक बोधगया के प्रशिक्षण शिविर से और कांग्रेस के विधायक हैदराबाद की सैर कर पटना लौट आए हैं। जदयू ने विधानमंडल दल की बैठक की। वहीं राजद और वाम दल के विधायक तेजस्वी यादव के आवास पर शनिवार शाम से ही जमे हैं। कांग्रेसी भी इनके साथ आ जुटे हैं। जेडीयू के विधायकों को चाणक्या होटल में ठहराया गया है। और यहीं से सभी को सीधे विधानसभा ले जाया जाएगा।