सावधान! बिहार में फिर फूटा कोरोना बम, 5 दिन में मिले 755 नए मरीज, अब मात्र एक ही जिला कोरोना फ्री

 सावधान! बिहार में फिर फूटा कोरोना बम, 5 दिन में मिले 755 नए मरीज, अब मात्र एक ही जिला कोरोना फ्री

PATNA : देश भर में कोरोना की दूसरी लहर बड़ी तेजी से फ़ैल रही है. बिहार में भी फिर से कोरोना की रफ़्तार तेज हो गई है. इस हफ्ते कोरोना मरीजों की संख्या लगभग डेढ़ गुना तेजी से बढ़ रही है. होली को लेकर कोरोना संक्रमण के तेजी से फैलने की आशंका जताई जा रही थी और ऐसा ही हो रहा है. सिर्फ 5 दिन में 755 नए मरीज मिले हैं. कोरोना के मामले पाए जाने पर माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाने और जिलों में कोविड केयर सेंटर और हेल्थ सेंटर को तैयार रखने को कहा गया है. सार्वजनिक स्थलों पर होली मिलन समारोह पर लगी रोक को सख्ती से पालन कराने और मास्क की अनिवार्यता भी सुनिश्चित किए जाने का निर्देश दिया गया है. 


गुरूवार को बिहार सरकार की ओर से जारी आंकड़े के मुताबिक बिहार के 33 जिलों में कुल 258 नए मरीज मिले हैं. इसी के साथ बिहार के सभी जिलों में कोरोना के एक्टिव मरीज हो गए हैं. राज्य में मात्र शेखपुरा ही ऐसा जिला है, जहां फिलहाल एक भी मरीज नहीं है. वहां मरीजों की संख्या शून्य है. जबकि राजधानी पटना सबसे ज्यादा डेंजर जोन में है. पटना में कुल 382 केस एक्टिव हैं, जो बिहार में किसी अन्य शहर की तुलना में सर्वाधिक हैं. 


गुरूवार को 33 जिलों में कुल 258 नए मरीज मिले हैं. जिसमें सबसे ज्यादा पटना में 54 और अररिया में 50 मरीज मिले हैं. बेगूसराय में 23, रोहतास में 15, समस्तीपुर में 14, भागलपुर और जहानाबाद में 13 मरीज मिले हैं. कोरोना का साया फिर से मंडराता देख स्वास्थ्य विभाग आज से पूरे राज्य में मास्क जांच अभियान शुरू करने जा रहा है. विभाग ने लोगों से अपील की कि लोग कोरोना को लेकर लापरवाही ना करें. 



उधर, गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव चैतन्य प्रसाद और डीजीपी एसके सिंघल ने संयुक्त आदेश जारी कर सभी प्रमंडलीय आयुक्तों, डीएम, आइजी और एसपी को कोरोना गाइडलाइन का सख्ती से पालन सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया है. आदेश में इसी 15 मार्च को मुख्य सचिव की अध्यक्षता में हुई बैठक के बाद जारी निर्देशों का अनुपालन कराने को कहा गया है. 


आदेश के तहत, महाराष्ट्र, केरल और पंजाब से आने वाले यात्रियों को कोविड-19 का निगेटिव प्रमाण पत्र दिखाने पर ही एयरपोर्ट से बाहर आने की अनुमति दी जाएगी. प्रमाण पत्र नहीं देने पर रैपिड एंटीजन टेस्ट करने को कहा गया है. इसी तरह इन राज्यों से ट्रेन से आने वाले यात्रियों की भी रैपिड एंटीजन टेस्ट रैंडमली जांच कराने को कहा गया है.