SARAN: सारण के दिघवारा प्रखंड अंतर्गत चकनूर गांव के रहने वाले बिहार सरकार में श्रम मंत्री सुरेंद्र राम का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। जिसमें राजद कोटे से आने वाले श्रम मंत्री खुद मवेशियों के लिए चारा काटते दिख रहे हैं। इस वीडियो को देखकर लोग भी हैरान रह गये। मंत्री जी की चर्चा अब पूरे इलाके में हो रही है। लोगों के मन में यह सवाल उठ रहा है कि मंत्री जी को सरकार ने इतनी सुविधाएं दी है इसके बावजूद मंत्री खुद अपने हाथों से मवेशियों के लिए चारा काट रहे है। कुछ लोग इसे प्रचार का नया तरीका मान रहे हैं। लोगों का कहना है कि सोशल मीडिया में बने रहने के लिए ही मंत्रीजी ने ऐसा किया है।
मजे की बात तो यह है कि इस चारा काटने और गाय को चारा खिलाने वाले वीडियो को मंत्री ने खुद ही अपने फेसबुक आईडी से सोशल मीडिया पर पोस्ट किया है। हालांकि कुछ लोग इस वीडियो को उनकी जमीनी हकीकत बता रहे हैं तो कुछ लोगों का यह भी मानना है कि मंत्री का यह प्रचार का एक नया तरीका है। इस वीडियो में मंत्री पीला टी-शर्ट और हाफ पैंट पहनकर चाराकल से खुद ही चारा काटते और उसे गाय को खिलाते हुए दिख रहे है। मंत्री को करीब से जानने वाले गरखा विधानसभा के मोहरमपुर निवासी मिथिलेश पांडेय का कहना है कि श्रम मंत्री सुरेंद्र राम का जीवन शुरू से ही काफी सादगी भरा रहा है और इनका परिवार पहले से ही गरीबी में रहा हैं। जानकार बताते हैं कि मंत्री सुरेंद्र राम का शुरुआती जीवन काफी अभाव में बीता है और इनका परिवार और ये खुद भी दैनिक मजदूरी करके अपना जीवन यापन करते थे। शुरुआती दौर में श्रम मंत्री सुरेंद्र राम राज मिस्त्री का काम करके अपना घर चलाया करते थे।
कब हुई राजनीतिक जीवन की शुरुआत
मंत्री सुरेंद्र राम के राजनीतिक जीवन की शुरुआत 2001 में हुई। वे 2001 में दिघवारा नगर पंचायत के वार्ड पंच से पहली बार वार्ड पार्षद चुने गए और बाद में उन्हें उपाध्यक्ष भी बनाया गया। इसके बाद में राजद के कार्यकर्ता के रूप में दिघवारा में कार्य आरंभ किए थे। जिसके बाद में वहां एक बार इन्हें नगर का अध्यक्ष भी चुना गया। 2020 में उन्हें राजद ने गरखा सुरक्षित सीट से अपना टिकट दिया और वे इस सीट से विधायक का चुनाव जीतकर नीतीश सरकार में राजद कोटे से श्रम मंत्री बन गए। आज सुरेंद्र राम बिहार के श्रम मंत्री होने के साथ-साथ कैमूर जिले के प्रभारी मंत्री भी हैं।