PATNA : बिहार कोरोना महामारी से त्राहिमाम कर रहा है. वैश्विक आपदा की घड़ी में लोग आज उन्हें तलाश रहे हैं, जो सत्ता के सिंहासन पर विराजमान हैं. जिन्हें लोगों ने एक-एक बहुमूल्य वोट देकर विधायक, सांसद और मंत्री बनाया. बिहार के गया और वैशाली जिले में नेता प्रतिपक्ष और पूर्व सीएम लालू प्रसाद के बेटे तेजस्वी यादव, पूर्व मंत्री व भाजपा विधायक प्रेम कुमार और गया से जेडीयू के सांसद विजय मांझी के लापता होने के पोस्टर लगाये गए हैं. इन्हें ढूंढने वालों के लिए इनाम की भी घोषणा की गई है.
वैशाली जिले के बिदुपुर इलाके में नेता प्रतिपक्ष और स्थानीय विधायक तेजस्वी यादव के लापता होने के पोस्टर लगे हैं. गांव-मुहल्ले में घरों के ऊपर ये पोस्टर चस्पाया गया है. लोग अपने चहेते विधायक तेजस्वी यादव को ढूंढ रहे हैं. तेजस्वी के लापता होने के पोस्टर की तस्वीरें सोशल मीडिया में भी तेजी से वायरल हो रही है. पोस्टर में लिखा गया है कि "बाबा ये ट्विटर तेजस्वी बाबा, काहे न मिलता हमार बाबा. भुतला गेले हमर विधायक." तेजस्वी की तस्वीर के साथ पोस्टर में आगे लिखा गया है कि "सूचित किया जाता है कि हमारे राघोपुर विधानसभा के विधायक तेजस्वी यादव अक्टूबर 2020 से बिदुपुर प्रखंड से लापता हो गए हैं. जिस भले मानुष को ये दिखाई दे कृपा बिदुपुर के लोगों को सूचित करें. सुना है कि हमारे तेजस्वी बाबा आज कल ट्विटर पर प्रवचन कर रहे हैं. पर वो कहां हैं, ये पता नहीं. किधर हो ट्विटर तेजस्वी बाबा... लौट आओ... जनता बेहाल है... आपको भारत माता की कसम"
उधर कोरोना महामारी में गया नगर विधायक डॉ प्रेम कुमार और सांसद विजय मांझी को जनता ढूंढ रही है. जब इस आपदा की स्थिति में लोगों के बीच नहीं दिख रहे हैं तो लोगों ने जगह-जगह लापता होने का पोस्टर लगाया है. शहर के गेवालबीघा पुलिस लाइन मोहल्ले में जगह जगह सांसद विजय कुमार और नगर विधायक डॉ प्रेम कुमार का गुमशुदा की तलाश वाला पोस्टर लगाया गया है. पोस्टर में दोनों नेताओं की फोटो के साथ पोस्टर चिपकाया गया है. पोस्टर में लिखा है कि "इस कोरोना काल में गया के नागरिकों को मरने के लिए छोड़ कर चले गए हैं. जिन भाईयों को मिले, गया की जनता के बीच लाने का कष्ट करें. ढूंढने वालों को उचित इनाम दिया जाएगा."
बताया जा रहा है कि गया शहर के इस मोहल्ले में कई लोग कोरोना संक्रमित हैं, जो होम आइसोलेशन में हैं. लेकिन उनकी सुध लेने वाला कोई नहीं है. मोहल्ले के रहने वाले ओम यादव ने कहा कि जब सुबह देखा तो जगह जगह पोस्टर लगाया गया था, जिसने भी यह पोस्टर चिपकाया है, सही है. उन्होंने कहा की 8 बार से लगातार विधायक रहे आज इस आपदा में गायब में है. उन्हें राजनीति और जय श्रीराम के अलावे कुछ करने नही आता है. इस स्थिति में परिवार के साथ आवास पर ऐश और आराम फरमा रहे हैं. जनता इसलिए चुनी थी क्या ? इन्हें ANMMCH पहुँच कर स्थिति का जायजा लेने चाहिए था. क्या-क्या व्यवस्था की गई है. क्या कमी है. गरीबों को काफी परेशानी हो रही है. इसकी व्यवस्था करनी चाहिए.
उधर महिलाओं ने कहा कि लॉकडाउन में भुखमरी की स्थिति हो गई है. कोरोना के डर से एसी में बैठे है. इस संबंध में जब सांसद विजय मांझी का पक्ष लिया गया तो उन्होंने कहा कि वे घर पर हैं. लेकिन हर दिन डीएम, मेडिकल सुपरीटेंडेंट समेत अन्य अधिकारियों के संपर्क में रहते हैं. जिनको जरूरत पड़ रही है, उन्हें अस्पतालोंं में एडमिट भी करवा रहे हैं, जो भी संपर्क कर रहा है, उसकी मदद कर रहे हैं.
वहीं पूर्व मंत्री सह भाजपा के नगर विधायक डॉ. प्रेम कुमार का कहना है कि वे 24 घंटे गया में उपलब्ध हैं. लॉकडाउन के नियमों का अनुपालन कर रहे हैं और करा भी रहे हैं. पब्लिक और प्रशासन के बीच समन्वय बनाने का काम किया है. एएनएमएमसीएच हो या अन्य अस्पताल जहां भी कोई कमी दिख रही है. उसे दूर करा रहे हैं. सरकार से नियमित रूप से संपर्क में हैं.