PATNA : कोरोना की वापसी ने बिहार सरकार को अलर्ट मोड पर ला दिया है। कोरोना से बचाव की सतर्कता के तहत राज्य सरकार ने कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। राज्य के सभी पंचायतों में स्थित गांव में दूसरे राज्यों से आने वाले लोगों की कोरोना टेस्टिंग की जाएगी। सरकार की नजर खासतौर पर महाराष्ट्र, केरल और पंजाब से आने वाले लोगों की पहचान कर उनकी कोरोना जांच कराने का फैसला किया है। इसके लिए प्राथमिक चिकित्सा केंद्र से लोगों की जांच के लिए टीम जाएगी। दूसरे राज्यों से आने वाले लोग पीएचसी में भी अपनी कोरोना जांच करा पाएंगे।
स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने कहा है कि एयरपोर्ट और रेलवे स्टेशनों के अतिरिक्त बसों और अन्य साधनों से भी लोग होली के मौके पर घर पहुंचेंगे। ऐसे में विभाग ने कोरोना के लक्षण वाले लोगों की जांच कराने का निर्देश दिया है। महाराष्ट्र, केरल और पंजाब से आने वाले लोगों की विशेष पहचान की जाएगी क्योंकि इन राज्यों में ही 87 फ़ीसदी कोरोना कि मामले बढ़े हैं। प्रत्यय अमृत ने कहा है कि जिन लोगों ने कोरोना जांच करा रखी है उन्हें कोरोना से बचाव के लिए जागरूक रखा जाएगा। इसके लिए सभी जिलों के सिविल सर्जन को आशा और एएनएम के माध्यम से दूसरे राज्यों से आने वाले लोगों की पहचान करने और कोरोना लक्षण से प्रभावित लोगों की जांच कराने का निर्देश दिया गया है।
बाहर से आने वाले सभी लोगों की जांच एंटीजन किट से कराई जाएगी। साथ ही साथ दूसरे राज्यों से आने वाले लोग प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर जाकर अपनी मर्जी के मुताबिक कोरोना जांच करा सकते हैं। सभी जिलों के सिविल सर्जन को निर्देश दिया गया है कि जिन लोगों की एंटीजन टेस्ट के बाद आरटीपीसीआर जांच कराए जाने की जरूरत हो उनका सैंपल भेज कर तुरंत आरटीपीसीआर जांच भी कराई जाए। आज से राज्य के सभी रेलवे स्टेशन एयरपोर्ट पर बाहर से आने वालों पर नजर रखी जाएगी।