Narendra Modi Patna : पटना में पीएम मोदी का मेगा रोड शो, 2 नवंबर को राजनीतिक शक्ति प्रदर्शन की तैयारी; 10 स्वागत प्वाइंट के साथ भागवा रंग से रंगे जाएंगे रास्ते Bihar Crime News: बिहार में आपसी रंजिश में दो युवकों को मारी गोली, वारदात के बाद इलाके में सनसनी Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर भारत-नेपाल सीमा पर एसएसबी ने बढ़ाई चौकसी, बिना ID कार्ड एंट्री बैन Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर भारत-नेपाल सीमा पर एसएसबी ने बढ़ाई चौकसी, बिना ID कार्ड एंट्री बैन Dularchand Yadav murder : दुलारचंद हत्याकांड मामले में पुलिस का बड़ा एक्शन, घोसवरी और भदौर थानाध्यक्ष पर गिरी गाज; SP ने दी जानकारी Sanjay Gandhi Biological Park : पटना में जू समेत सभी पार्कों का समय बदला,अब इतने बजे खुलेगा चिड़ियाघर; जानिए टिकट का प्राइस और बाकी अन्य सुविधाएं Bihar Politics: बिहार चुनाव से पहले रीतलाल यादव को एक और झटका, पत्नी रिंकू कुमारी के खिलाफ केस दर्ज; जानिए.. पूरा मामला Bihar Politics: बिहार चुनाव से पहले रीतलाल यादव को एक और झटका, पत्नी रिंकू कुमारी के खिलाफ केस दर्ज; जानिए.. पूरा मामला Success Story: बिहार की बेटी ने UPSC इंटरव्यू में दिया ऐसा जवाब कि पैनल भी मुस्कुरा उठा, कड़ी मेहनत के दम पर बनीं IAS अधिकारी Tejashwi Yadav tweet : तेजस्वी यादव ने PM मोदी से कर दी बड़ी अपील कहा - अपने भाषण में आरा के जंगलराज का जरूर करें जिक्र
1st Bihar Published by: First Bihar Updated Mon, 30 Jun 2025 07:30:04 AM IST
- फ़ोटो
Bihar Teacher: बिहार सरकार अब सरकारी विद्यालयों को केवल शिक्षा प्रदान करने वाले केंद्र नहीं, बल्कि हरियाली और बागवानी के मॉडल केंद्र के रूप में विकसित करने की दिशा में अग्रसर है। शिक्षा विभाग ने एक नया आदेश जारी करते हुए स्पष्ट किया है कि मानसून के मौसम में राज्य के 824 सरकारी स्कूलों में बड़े पैमाने पर पौधारोपण कराया जाएगा, और छात्रों को पौधों की देखभाल व बागवानी के गुर सिखाए जाएंगे।
इस पहल का उद्देश्य केवल स्कूल परिसरों में हरियाली बढ़ाना नहीं है, बल्कि छात्रों को प्रकृति से जोड़ना, पर्यावरण के प्रति जागरूकता बढ़ाना और उनमें जिम्मेदारी की भावना विकसित करना भी है। स्कूलों में लगाए गए पौधों की देखरेख छात्र और शिक्षक मिलकर करेंगे, जिससे बच्चों को व्यावहारिक अनुभव प्राप्त होगा।
इस योजना के अंतर्गत हर विद्यालय में केवल पौधे लगाने तक ही सीमित नहीं रहा जाएगा, बल्कि विद्यार्थियों को बागवानी की बारीकियां भी सिखाई जाएंगी। शिक्षक उन्हें यह बताएंगे कि पौधों को नियमित रूप से पानी देना, मिट्टी को साफ रखना, खाद डालना, और कीटों से कैसे बचाना है। इस क्रियाशील प्रक्रिया से बच्चों में प्रकृति के प्रति आत्मीयता और संरक्षण की भावना विकसित होगी।
हर स्कूल को इस परियोजना के लिए ₹5,000 की राशि जिला शिक्षा कार्यालय की ओर से दी जा रही है। इस राशि का उपयोग कुदाल, खुरपी, पाइप, पानी की टंकी, कंटीले तार जैसे बागवानी उपकरण खरीदने में किया जाएगा। यह भी सुनिश्चित किया गया है कि जिन स्कूलों में पर्याप्त ज़मीन नहीं है, वहां गमलों में पौधे लगाए जाएंगे। वहीं जहां जगह अधिक है, वहां जमीन में सीधे पौधारोपण किया जाएगा।
शिक्षा विभाग ने पहले चरण में 824 सरकारी स्कूलों की मैपिंग पूरी कर ली है। इन स्कूलों का चयन जगह की उपलब्धता और छात्रों की संख्या के आधार पर किया गया है। चयनित स्कूलों में पौधारोपण कार्य मानसून की शुरुआत के साथ ही शुरू कर दिया जाएगा।
यह योजना न केवल स्कूलों के भौतिक वातावरण को बेहतर बनाएगी, बल्कि छात्रों को पर्यावरणीय नेतृत्व, स्वच्छता, और स्थायित्व (sustainability) जैसे मूल्यों से भी परिचित कराएगी। भविष्य में इस योजना को राज्य के अन्य स्कूलों में भी लागू करने की संभावना है।