जीतने से पहले कांग्रेस को बिहार में विधायक टूटने का डर, नजर रखने के लिए ऑब्जर्वर नियुक्त

जीतने से पहले कांग्रेस को बिहार में विधायक टूटने का डर, नजर रखने के लिए ऑब्जर्वर नियुक्त

PATNA: बिहार विधानसभा चुनाव के वोटों की गिनती 10 नवंबर को होने वाली है. इसके बाद ही स्पष्ट होगा की कौन किस पार्टी से जीत रहा है. लेकिन जीत से पहले ही कांग्रेस को अपने विधायकों के टूटने का डर सताने लगा हैं. इसको लेकर ऑब्जर्वर नियुक्त कर दिया है. 

सुरजेवाला समेत इनको मिली जिम्मेवारी

बताया जा रहा है कि सोनिया गांधी ने विधायकों के टूट रोकने के लिए रणदीप सुरजेवाला और अविनाश पांडेय को ऑब्जर्वर नियुक्त किया गया है. दोनों पटना भी पहुंच गए. दोनों महागठबंधन की सरकार बनाने तक बिहार में ही कैंप करेंगे. 

70 सीटों पर लड़ी चुनाव

महागठबंधन में शामिल कांग्रेस पार्टी बिहार विधानसभा का चुनाव 70 सीटों पर लड़ी है. इसके साथ ही वाल्मीकिनगर लोकसभा उप चुनाव में भी अपना उम्मीदवार उतारा है. 10 नवंबर को रिजल्ट आएगा को स्पष्ट होगा की कांग्रेस के कितने विधायक चुनाव जीत रहे हैं. 


एग्जिट पोल में महागठबंधन सरकार बनाने के करीब

बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर कई चैनलों का एग्जिट पोल आया है. जिसमें महागठबंधन को सरकार बनाने के करीब बताया जा रहा है. रिपब्लिक न्यूज़ के एग्जिट पोल में महागठबंधन के खाते में 118 से 138 सीटें मिलती हुई दिखाई दे रही हैं. एनडीए के खाते में कुल 91 से 117 सीटें मिल रही हैं. यानी कि इसबार चुनाव में सीएम नीतीश की सत्ता जाती हुई दिख रही है. चिराग पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी को 5 से 8 सीट मिल रही है जबकि अन्य के खाते में 3 से 8 सीटें जाती हुई दिख रही हैं. उधर एबीपी न्यूज़ के सी-वोटर सर्वे के मुताबिक महागठबंधन को 108 से लेकर 131 सीटें मिलती हुई दिखाई दे रही हैं. वहीं दूसरी ओर एनडीए के खाते में 104 से 128  सीटें आती हुई दिख रही हैं. लोक जनशक्ति पार्टी को इस चुनाव में सिर्फ 1 से 3 सीट आने की उम्मीद है. जिसके बाद आरजेडी और अलर्ट हो गई है.