PATNA : बिहार में वित्तीय अनियमितता को लेकर यूं तो कई खबरें आती रहती हैं लेकिन ताजा मामला चुनावी खर्च में फर्जीवाड़े का है। खबर मधेपुरा से सामने आई है, जहां चुनावी खर्च में फर्जीवाड़ा किया गया है। बीते साल में विधानसभा चुनाव के दौरान आवश्यक सामग्रियों को सप्लाई करने वाले सप्लायरों ने भुगतान के लिए जब बिल जमा किया तो पदाधिकारी दंग रह गए।
चुनाव के दौरान स्टेशनरी, खाना-पीना, टेंट और अन्य तरह के सामग्रियों और सेवाओं पर लगभग 23 करोड़ का बिल सप्लायरों ने जमा कराया। पदाधिकारियों को आशंका हुई तो इसकी जांच कराई गई। जांच के बाद बिल घटकर 13 करोड़ पर आ गया। चुनाव के दौरान फर्जीवाड़े का खेल कैसा है, इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि 60 रुपये का मिलने वाला फूल झाड़ू लगभग 100 रुपये का दिखाया गया। इसी तरह नारियल झाड़ू जिसकी कीमत बाजार में 50 रुपये के आसपास है उसके लिए भी 100 रुपये का बिल दिया गया था।
इस मामले को लेकर जिला निर्वाचन कार्यालय के तरफ से आधिकारिक तौर पर यह जानकारी दी गई है। कार्यालय ने इस गड़बड़ी की जानकारी दी है। जिला निर्वाचन कार्यालय ने सप्लायरों के 9 बिल को फर्जी करार दिया है। अब इस मामले में आगे और जांच की जा रही है।