CHHAPRA: सुशासन वाले बिहार में भ्रष्टाचार की नयी-नयी कहानियां सामने आ रही हैं. अब बेघर लोगों को घर बनाने के लिए चलाये जा रहे प्रधानमंत्री आवास योजना में भारी भ्रष्टाचार उजागर हुआ है. लूट खसोट का आलम ये है कि सरकारी अधिकारियों ने एक ही परिवार के 8 लोगों को पीएम आवास योजना का पैसा दे दिया है. बता दें इस योजना के तहत बेघर लोगों को घर बनाने के लिए लगभग डेढ़ लाख रूपये मिलते हैं. एक परिवार में एक ही व्यक्ति को घऱ बनाने के लिए मदद दी जा सकती है.
छपरा में पकड़ा गया फर्जीवाड़ा
पीएम आवास योजना में फर्जीवाड़े का खुलासा बिहार के सारण यानि छपरा में हुआ है. एक ही परिवार के 8 सदस्यों को पीएम आवास योजना के तहत घऱ बनाने के लिए पैसा दे दिया गया. सारण जिले के परसा प्रखंड के बरियारपुर गांव में घोटाला सामने आया है. बरियारपुर गांव के स्वर्गीय शिवचंद्र के दो बेटों चंदेश्वर राय और बाबूलाल राय के परिवार में सरकार ने 8 लोगों को पैसा दिया.
नाबालिग तक को दिया पैसा
दरअसल पीएम आवास योजना में परिवार के लिए घर बनाने का पैसा मिलता है. अगर कोई अविवाहित है तो उसे आवास योजना का लाभ देने के लिए कई शर्त लगायी गयी हैं. सरकारी नियमों के मुताबिक अगर किसी अविवाहित व्यक्ति की उम्र 30 साल से ज्यादा हो गयी हो और घर नहीं होने के कारण उसकी शादी नहीं हो पा रही हो तो उसे पीएम आवास योजना का लाभ दिया जा सकता है. लेकिन बिहार सरकार ने नाबालिग लड़कों तक को पीएम आवास योजना का पैसा दे दिया. दिलचस्प बात ये भी है कि पहले एक महिला को आवास योजना का पैसा दिया गया, बाद में महिला के अविवाहित बेटे को भी इस योजना का लाभ दे दिया गया.
छपरा के बरियारपुर गांव के चंदेश्वर राय के चार बेटे हैं, जिनमें दो विवाहित हैं और दो बेटों की अबतक शादी नहीं हुई है. लेकिन चंदेश्वर राय के एक शादीशुदा और दो अविवाहित लड़कों को आवास योजना का लाभ दे दिया गया. चंदेश्वर राय के एक विवाहित बेटे की पत्नी का भी नाम योजना का लाभ उठाने वालों की लिस्ट में शामिल है. वहीं चंदेश्वर के भाई बाबूलाल राय और उसके तीन बेटों को आवास योजना का लाभ मिल दे दिया गा. बाबूलाल राय के दो बेटों की शादी नहीं हुई लेकिन इसके बावजूद खाते में पैसे पहुंच गये.
जानकार बता रहे हैं कि छपरा के बरियापुर गांव में पीएम आवास योजना में हुआ घोटाला तो बस एक बानगी है. पूरे बिहार में ऐसे कारनामों की भरमार है. वैसे, छपरा मे मामला सामने आना के बाद जांच की प्रक्रिया शुरू की गयी है. सरकारी अधिकारी मीडिया को कुछ बता नहीं रहे हैं लेकिन घोटाले की पुष्टि हो गयी है.