PATNA : पिछले कुछ दिनों से बिहार को भीषण गर्मी से भले ही राहत मिली हो लेकिन बिजली संकट इसके बावजूद बिहार में गहराता जा रहा है। चक्रवाती तूफान पानी की वजह से बिजली व्यवस्था पूरी तरह से प्रभावित हुई है। रविवार से अगर तुलना की जाय तो सोमवार को पूरे बिहार में लगभग 2 हजार मेगावाट तक कम बिजली सप्लाई हुई। इसका सबसे ज्यादा असर उत्तर बिहार के जिलों पर हुआ।
प्रदेश के ग्रामीण इलाकों के साथ–साथ कई शहरों में भी 10 से 12 घंटे तक बिजली गायब रही। कंपनी अधिकारियों के अनुसार असानी के बीच कई जिलों में बारिश हुई। कुछ इलाकों में तार-पोल भी गिर गए। इस कारण बिजली आपूर्ति बाधित हुई। कंपनी ने सावधानी बरतते हुए भी बिजली आपूर्ति बंद कर दी। इसका असर यह हुआ कि जहां 8 मई को बिहार में अधिकतम 5822 मेगावाट बिजली आपूर्ति हुई थी वह 9 मई को घटकर 3722 मेगावाट तक आ पहुंची।
हालात ऐसे रहे कि बिहार में बिजली की उपलब्धता के अनुसार मांग नहीं हुई। इस कारण बिजली उपलब्ध होने के बावजूद राज्य में लगभग 2000 मेगावाट तक आपूर्ति कम हुई। कम आपूर्ति का असर दक्षिण बिहार की तुलना में उत्तर बिहार में अधिक हुआ। राज्य भर के चार दर्जन से अधिक - ग्रिड को कम बिजली दी गई। मांग कम होने के कारण कई ग्रिड लोडशेडिंग पर रखे गए। बिजली कंपनी के अधिकारिक सूत्रों की मानें तो चक्रवाती तूफान के कारण सप्लाई पर असर पड़ा है और अगले कुछ दिनों में इससे ठीक होने की उम्मीद है।