MADHEPURA : बिहार में कोरोना को लेकर सरकारी दावों की कलई हर रोज खुल रही है. ताजा मामला मधेपुरा से आया है. कोरोना के संक्रमण का शिकार हुआ एक मरीज रात भर सरकारी स्वास्थ्य केंद्र के चबूतरे पर बैठ कर एंबुलेंस का इंतजार करता रहा. खुले आसमान के नीचे 20 घंटे गुजारने के बाद एंबुलेंस आयी तो उसे इलाज के लिए ले जाया गया.
मामला मधेपुरा जिले के आलमनगर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का है. सरकार ने आलमनगर स्वास्थ्य केंद्र में कोरोना के रैपिड टेस्ट का इंतजाम किया है. शनिवार को हुए रैपिड टेस्ट में आलमनगर पूर्वी पंचायत के एक 35 साल के व्यक्ति को कोरोना पॉजिटिव पाया गया. टेस्ट में पॉजिटिव पाए जाने के बाद स्वास्थ्य केंद्र के कर्मचारियों ने उसे मधेपुरा ले जाने की बात कही. मरीज को बताया गया कि एंबुलेंस आ रही है जो उसे इलाज के लिए मधेपुरा ले जायेगी. तब तक वह स्वास्थ्य केंद्र में ही इंतजार करे.
कोरोना संक्रमित पाये गये मरीज ने बताया कि शनिवार के दिन में ही उसे एंबुलेंस का इंतजार करने को कहा गया. देर रात तक वह खुले आसमान के नीचे चबूतरे पर बैठ कर एंबुलेंस का इंतजार करता रहा लेकिन एंबुलेंस नहीं आयी. इस बीच स्वास्थ्य केंद्र के कर्मचारी वहां से निकल लिये. कोरोना संक्रमित पाये जाने के बाद डरे परिजन भी उसे छोड़ कर निकल गये.
मरीज ने बताया कि सारे लोगों के चले जाने के बाद उसे डर लग रहा था लेकिन वह जाता भी तो कहां. लिहाजा स्वास्थ्य केंद्र के चबूतरे पर ही लेट गया. मच्छरों के प्रकोप के कारण चबूतरे पर रात भर नींद नहीं आयी. मरीज ने बताया कि रविवार की अहले सुबह बारिश भी आ गयी. इसके बाद वह स्वास्थ्य केंद्र की पुरानी बिल्डिंग के बरामदे पर जाकर बैठा रहा.
कोरोना के मरीज ने बताया कि 20 घंटे तक कोई स्वास्थ्यकर्मी उसका हाल जानने भी नहीं आया. जबकि स्वास्थ्य केंद्र के पास के कला भवन को हेल्थ क्वारंटाइन और सीएचसी में ही एक कमरे को आइसोलेशन वार्ड बनाया गया है. लेकिन वहां कोई सुविधा मौजूद नहीं है और कोरोना पॉजिटिव मरीज को खुले आसमान में रात बिताने को छोड़ दिया गया.
इस बीच स्थानीय लोगों ने इसकी खबर आलमनगर के एसडीएम को दी. एसडीएम ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से बात की. तब जाकर उनकी नींद टूटी. फिर सरकारी एंबुलेंस कोरोना पॉजिटिव मरीज को लेने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंची. आलमनगर के ब्लॉक हेल्थ मैनेजर नासिर हुसैन ने बताया कि हेल्थ क्वॉरेंटाइन और आइसोलेशन वार्ड में आवश्यक सुविधा नहीं रहने के कारण पॉजिटिव मरीज को उसमें नहीं रखा गया था. वहीं मधेपुरा के अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. आर पी रमन ने बताया कि इस मामले की छानबीन करा कर दोषी स्वास्थ्य कर्मी को दंडित किया जाएगा.