1st Bihar Published by: Updated Wed, 01 Jul 2020 02:33:36 PM IST
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PATNA : नेपाल के जल ग्रहण क्षेत्र के अलावे उत्तर बिहार के ज्यादातर जिलों में लगातार बारिश जारी है. बारिश की वजह से उत्तर बिहार की तमाम नदियां उफान पर है. कोसी और महानंदा नदियों के जलस्तर में लगातार इजाफा हो रहा है. बिहार पर बाढ़ का खतरा अभी भी बना हुआ है. लेकिन इस बीच राहत की एक बड़ी खबर आई है. नेपाल की सीमा के अंदर भारत के सभी तटबंध सुरक्षित है. बिहार के जल संसाधन मंत्री संजय कुमार झा ने कहा है कि नेपाल के इलाके में पड़ने वाले सभी बांधों की मरम्मती करा ली गई है.
आपको बता दें कि भारत और नेपाल के बीच तनाव बढ़ने के बाद नेपाल ने अपने इलाके में पढ़ने वाले भारतीय तक बंधुओं के मेंटेनेंस का काम रोक दिया था. बिहार सरकार ने तत्काल इसकी सूचना केंद्र सरकार को दी थी और फिर दोनों देशों के बीच हुई बातचीत के बाद नेपाल में मेंटेनेंस कार्य की अनुमति दी. संजय कुमार झा ने कहा है कि नेपाल के अंदर जिन तटबंध की मरम्मत कराई जानी थी वह काम पूरा कर लिया गया है. फिलहाल तटबंध की सुरक्षा को लेकर कोई चिंता वाली बात नहीं है. मंत्री ने कहा है कि उनकी वजह से शुरुआती दौर में तटबंध की मरम्मत के काम में देरी हुई लेकिन हमने लगातार एजेंसियों के साथ बैठकर इस काम को पूरा कराया है.
बिहार सरकार ने केंद्र को लिखा था त्राहिमाम संदेश
नेपाल के नियंत्रण वाले इलाकों में बाढ़ से सुरक्षा के लिए कराए जा रहे हैं. काम पर वहां की सरकार ने रोक लगा दी थी. जिससे बिहार के डूबने का खतरा बढ़ गया था. नीतीश सरकार ने इस मामले में केंद्र सरकार के पास त्राहिमाम संदेश भेजा था. जिसके बाद राज्य सरकार की तरफ से विदेश मंत्रालय और केंद्र सरकार को इस बारे में जानकारी दे दी गई थी. वाल्मीकी नगर के गंडक बराज के करीब 36 गेट हैं और 18 गेट नेपाल की तरफ हैं. लेकिन नेपाल ने 22 जून को मरम्मती का आदेश दे दिया था.