बिहार में आंधी–तूफान से 7 लोगों की गई जान, फसल को भी भारी नुकसान

बिहार में आंधी–तूफान से 7 लोगों की गई जान, फसल को भी भारी नुकसान

PATNA : बदले हुए मौसम के कारण बिहार के लोगों को गर्मी से राहत मिल गई है लेकिन उत्तर बिहार के इलाके में आंधी तूफान और ओले पड़ने की वजह से नई आफत का लोगों ने सामना किया है। अलग-अलग घटनाओं पर तेज आंधी तूफान की वजह से बिहार में 7 लोगों की मौत हो गई है। किसानों को फसल का भारी नुकसान उठाना पड़ा है। आम लीची और मक्का जैसी फसल पर मौसम की मार पड़ी है। तेज आंधी तूफान की वजह से बिजली आपूर्ति बुरी तरह से प्रभावित हुई है। कई जिलों में घंटों तक बिजली आपूर्ति बहाल नहीं की जा सकी है। 


आंधी तूफान की वजह से अलग-अलग इलाकों में 7 लोगों की मौत हुई है। अररिया में 3 लोगों की जान चली गई है जबकि खगड़िया में दो लोगों की मौत हुई है। समस्तीपुर में एक बच्ची की मौत हुई है जबकि सहरसा में भी एक व्यक्ति की मौत हुई है। अररिया के फारबिसगंज में पेड़ से दबकर 37 साल की एक महिला नूतन देवी की मौत हो गई। इस घटना में नूतन के पति और उसकी बेटी भी घायल हुए हैं। उधर रानीगंज के हांसा में दीवार गिरने से 12 साल की बच्ची विभा कुमारी की मौत हो गई। आंधी तूफान की वजह से तिरहुत, चंपारण सीतामढ़ी और मिथिलांचल में फसल को भारी नुकसान पहुंचा है।


सरकार में आंधी तूफान की वजह से फसल को पहुंचे नुकसान का जायजा लेने का फैसला किया है। इस संबंध में कृषि विभाग के अधिकारियों को आकलन करने का निर्देश दिया गया है। सबसे अधिक नुकसान मक्का की फसल को पहुंचा है। गेहूं की फसल को भी मौसम की मार झेलनी पड़ी है जबकि आम लीची जैसी मौसमी फसल को भी तेज आंधी तूफान से भारी नुकसान पहुंचा है। शुक्रवार की शाम से लेकर शनिवार तक कोसी और सीमांचल समय उत्तर बिहार के ज्यादातर जिलों में आंधी तूफान का दौर रहा और इस दौरान जनजीवन बुरी तरह से प्रभावित हुआ। आज रविवार के लिए मौसम विभाग में राजधानी पटना समेत बिहार के 31 जिलों में आंधी पानी का अलर्ट जारी कर रखा है।