PATNA : बिहार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के शासनकाल में अफसरशाही को लेकर समय-समय पर आरोप लगते रहे हैं। एक बार बिहार में अफसरशाही हावी होने का आरोप बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के अध्यक्ष जीतन राम मांझी ने लगाया है। सोमवार को हुई एनडीए विधानमंडल दल की बैठक के दौरान जीतन राम मांझी ने अपनी राय जाहिर करते हुए कहा कि बिहार में अफसर विधायकों से बढ़िया बर्ताव नहीं करते हैं यह समस्या अब दिन ब दिन बढ़ती जा रही है।
पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने एनडीए विधानमंडल दल की बैठक में बोलते हुए कहा कि विधायकों को सम्मान मिलना चाहिए और जनप्रतिनिधियों का सम्मान नहीं हुआ और सरकार में वह कामकाज नहीं करा पाए तो जनता के बीच उनकी पैठ कैसे रहेगी। मांझी ने कहा कि समस्या यह है कि अफसर विधायकों से बढ़िया व्यवहार नहीं करते। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस बात को गंभीरता से लिया और बैठक के दौरान ही भरोसा दिया कि बजट सत्र के बाद विधायकों को अधिकारियों के साथ बुलाकर खुद तय करेंगे भविष्य में जनप्रतिनिधियों और अफसरशाही को हावी ना होने दिया जाए। इसके लिए नीतीश कुमार खुद पहल करेंगे।
केंद्रीय विधान मंडल की बैठक में यह भी तय हुआ है कि बजट सत्र के दौरान सत्ता पक्ष के सभी विधायक सदन में मौजूद रहेंगे। विधायकों की उपस्थिति सदन में बनी रहे इसके लिए उन्हें पटना में मौजूद रहने को कहा गया है। मुख्यमंत्री ने विधायकों को संबोधित करते हुए कहा कि विपक्ष के आरोपों का शालीनता पूर्वक इस जवाब देना हमारा काम है। सदन की कार्यवाही जब तक चले तब तक कोई सदस्य सदन से बाहर ना जाए यह सुनिश्चित करना होगा।