PATNA : बिहार में आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना की खामियों को जल्द दूर कर लिया जाएगा। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा के दौरान आयुष्मान भारत योजना को व्यवहारिक बनाने की बात कही है। नीतीश कुमार ने उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे और मुख्य सचिव दीपक कुमार के साथ-साथ अन्य अधिकारियों की मौजूदगी में स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा की है।
समीक्षा बैठक के दौरान प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना से जुड़ा प्रेजेंटेशन भी मुख्यमंत्री के सामने दिया गया। बिहार में सबसे ज्यादा एक करोड़ 8 लाख से अधिक लाभार्थी परिवारों को 5 लाख प्रति वर्ष निशुल्क स्वास्थ्य सुरक्षा की सुविधा दी जा रही है। अभी तक योजना के तहत कुल 570 सरकारी और 194 निजी अस्पताल सूचीबद्ध किए जा चुके हैं।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर के रूप में विकसित किया जाए। ब्लॉक स्तर पर आबादी के मुताबिक अतिरिक्त स्वास्थ्य केंद्र के निर्माण के संबंध में भी आकलन कराने का निर्देश मुख्यमंत्री ने दिया है।