CHHAPRA: कहते हैं मोहब्बत का कोई मजहब नहीं होता. प्यार के खातिर लोग मजहब की दीवारें तोड़ अपने प्यार को पाने की हर कोशिश करते हैं. कुछ ऐसा ही मामला बिहार के छपरा का है जहां एक मुश्लिम लड़की और हिंदू लड़के की शादी चर्चा का विषय बना हुआ है.
मिली जानकारी के अनुसार जिले के गड़खा बाजार स्थित कैलाश आश्रम में एक मुस्लिम लड़की और हिंदू लड़का ने हिंदू रीति रिवाज के साथ एक दूसरे को अपना जीवन साथी बना लिया. इस शादी को देखने के लिए मंदिर में लोगों की भारी भीड़ जुटी थी. वही सात फेरों के बाद प्रेमी युगल को परिजनों ने और वहां मौजूद लोगों ने उनके सुखमय जीवन का आशीर्वाद दिया.
बताया गया कि दोनों अरसे से दोनों एक दूसरे से प्यार करते थे. प्यार धीरे-धीरे परवान चढ़ता गया. इसके बाद दोनों ने शादी करने का मन बना लिया, लेकिन धर्म आड़े आने लगा. जिसके बाद गांव में इसको लेकर पंचायत बैठी. दोनों के परिजन मजहब की दीवार तोड़ इस शादी को राजी हो गए और दोनों ने मंदिर में शादी रचा ली और इसके बाद दोनों हमेंशा के लिए एक दूसरे के हो गए.