PATNA: राज्य में फर्जी सिम कार्ड का इस्तेमाल करने वालों पर व्यापक स्तर पर कार्रवाई होगी। जांच के बाद 600 से अधिक फर्जी सिम कार्ड यूज़ करने वाले सामने आये हैं। आर्थिक अपराध इकाई ने इस मामले में सभी जिलों से आंकड़े जुटाकर रिपोर्ट तैयार करने में लगी हुई है। जुलाई में पटना हाइकोर्ट में इस मुद्दे पर राज्य सरकार की ओर से इओयू को जवाबी हलफनामा दायर करना है।
स्पेशल टास्क फोर्स कर रही जांच
फर्जी सिम कार्ड के मामले की जांच जिलों के अलावा एसटीएफ के स्तर पर की जा रही है। अब तक की जांच में सबसे अधिक फर्जी सिम से जुड़े मामले पटना से सामने आये हैं। अब तक तकरीबन 325 मामले सामने आए हैं। शहर के पाटलिपुत्र थाने में दर्ज सिर्फ एक एफआइआर में 292 फर्जी सिम कार्डधारकों के नाम दर्ज किये हुए हैं। जिसके बाद सभी जांच की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
पटना में सबसे अधिक फर्जी सिम
फर्जी सिम मामले में अब तक करीब 400 मामले दर्ज किए गए हैं। इनमें पटना के अलावा रोहतास में 29, नवादा में 30, मुजफ्फरपुर में 25 और मधुबनी में 35 एफआइआर दर्ज की गयी है। फिलहाल सभी जिलों में दर्ज मामले की रिपोर्ट मांगी जा रही है। इसके बाद इसकी रिपोर्ट तैयार कर पूरी जानकारी कोर्ट में पेश किया जाएगा। 600 से अधिक फर्जी सिम कार्ड की रिपोर्ट मोबाइल कंपनियों से प्राप्त ग्राहक डाटाबेस के आधार पर तैयार हुई है।
हाइकोर्ट ने दिया था जांच करने का आदेश
बिहार में फर्जी सिम कार्ड मामले को लेकर पटना हाइकोर्ट में एक लोकहित याचिका बीते दिन दायर की गयी थी। इस मामले की सुनवाई करते हुए हाइकोर्ट ने प्रशासन मामले की जांच कर फर्जी सिम कार्डधारकों पर कार्रवाई करने का निर्देश दिया था। इसे लेकर पूरे राज्य में फर्जी सिम कार्डधारकों की व्यापक स्तर पर जांच की जा रही है। जांच में यह बात सामने आयी है कि फर्जी सिम कार्ड का उपयोग करने वालों की फेहरिस्त में आम लोगो से लेकर अपराधी और नक्सली तक सभी शामिल हैं।