बिहार: महिला को दो महीने में दो बार हुआ प्यार, पति ने करा दी आशिक से शादी

बिहार: महिला को दो महीने में दो बार हुआ प्यार, पति ने करा दी आशिक से शादी

CHHAPRA: छपरा में प्रेम प्रसंग का अजीबोगरीब मामला सामने आया है। यहां एक पति ने अपनी पत्नी की शादी उसके पहले प्रेमी से करा दी। घटना मढौरा थाना क्षेत्र के मिर्जापुर की है। महिला ने अपने पहले प्रेमी को छोड़ दूसरे बॉयफ्रेंड से प्रेम विवाह किया था लेकिन शादी के महज दो महीने बाद महिला पहले प्रेमी के संपर्क में आ गई। पहला प्रेमी जब अपनी शादीशुदा प्रेमिका से मिलने उसके घर पहुंचा तो ग्रामीणों ने दोनों को रंगेहाथ धर दबोचा और पति की सहमति से दोनों की शादी करा दी गई। शादी के बाद पहले पति ने खुशी खुशी महिला को उसके प्रेमी से पति बने शख्स के साथ विदा कर दिया।


दरअसल, मढौरा थाना क्षेत्र के मिर्जापुर निवासी 22 वर्षीय विश्वजीत भगत को पटना के बख्तियारपुर थाना क्षेत्र के चंपापुर की रहने वाली आरती कुमारी से प्यार हो गया था। धीरे-धीरे दोनों का प्यार परवान चढ़ा और दोनों ने बीते अक्टूबर महीने में शादी रचा ली। शादी के बाद आरती पटना से मिर्जापुर स्थित अपने पति विश्वजीत के घर आकर पिछले दो महीने से रह रही थी। सबकुछ ठीक चल रहा था इसी बीत आरती की शादी की जानकारी उसके पहले प्रेमी को हुई। जिसके बाद मोकामा के ब्रह्मपुर निवासी आरती का पहला प्रेमी 24 वर्षीय अभिराज बेचैन हो गया और अपनी महबूबा आरती की मां से उसका पता और संपर्क नंबर हासिल कर फोन पर आरती से बात की और उसकी सहमति पर आरती से मिलने रविवार की रात मढौरा के मिर्जापुर पहुंच गया।


उधर, रात के अंधेरे में आरती अपने पति को झांसा देकर अपने पुराने प्रेमी अभिराज से मिलने पहुंच गई। इसी दौरान दोनों पर गांव के लोगों की नजर पड़ गई और ग्रामीणों ने दोनों को रंगेहाथ पकड़ लिया। दोनों से पूछताछ के बाद सारा माजरा सामने आ गया। जिसके बाद लोगों ने आरती की शादी उसके पुराने प्रेमी से कराने का निर्णय लिया। इस निर्णय में आरती के पति विश्वजीत ने भी अपनी सहमति दे दी। फिर क्या था विश्वजीत के घर पर ही आरती के पुराने प्रेमी अभिराज ने उसकी मांग में सिंदूर भर दिया। इस दौरान लड़की की मां और पति तथा पति के घर वालों के साथ-साथ काफी संख्या में ग्रामीण भी मौजूद थे। पति के घर प्रेमी संग ब्याह रचाने के बाद आरती अपने मायके के लोगों के साथ राजी खुशी मढौरा के मिर्जापुर से अपने घर वापस लौट गई।