बिहार की पूर्व मंत्री परवीन अमानुल्लाह का निधन, राजनीतिक गलियारे में शोक की लहर

बिहार की पूर्व मंत्री परवीन अमानुल्लाह का निधन, राजनीतिक गलियारे में शोक की लहर

DELHI: बिहार की पूर्व मंत्री परवीन अमानुल्लाह का निधन हो गया है। नोएडा स्थित अपने आवास पर उन्होंने अंतिम सांस ली। रविवार की रात 9 बजे उनका निधन हुआ।


सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी अफजल अमानुल्लाह की पत्नी परवीन अमानुल्लाह कैंसर से पीड़ित थीं। सोमवार को दोपहर की नमाज के बाद उन्हें दिल्ली के पंजपीरन कब्रिस्तान में सुपुर्द-ए-खाक किया जाएगा। 


बिहार सरकार में समाज कल्याण मंत्री रहीं परवनी अमानुल्लाह पिछले कुछ वर्षों से बीमार थी। बता दें कि परवीन अमानुल्लाह के पति अफजल अमानुल्लाह बिहार कैडर के भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी थे।


 वे बिहार में वह गृह सचिव के पद पर भी काम चुके हैं। रिटायरमेंट के बाद अफजल अमानुल्लाह पत्नी के साथ दिल्ली में ही रह रहे थे। उनके निधन से राजनीतिक गलियारे में शोक की लहर है। बिहार के कई नेताओं ने इस घटना पर दुख जताया है।


65 साल की उम्र में परवीन अमानुल्लाह का निधन हो गया। वे एक भारतीय सामाजिक कार्यकर्ता से राजनीतिज्ञ बनी थीं। उन्होंने 2010 से 2014 तक मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली बिहार सरकार में समाज कल्याण मंत्री का पद संभाला।


राजनीति में प्रवेश करने से पहले वह अपनी सक्रियता के लिए जानी जाती थीं, खासकर सरकारी संस्थानों में व्याप्त उदासीनता को सामने लाने के लिए सूचना का अधिकार अधिनियम, 2005 के उपयोग के संबंध में उन्हें जाना जाता है। 


प्रवीण आम आदमी पार्टी की सदस्य थीं और उन्होंने 2014 के भारतीय आम चुनाव में पटना साहिब लोकसभा क्षेत्र से भाजपा सांसद शत्रुघ्न सिन्हा के खिलाफ चुनाव लड़ा था, लेकिन जीत हासिल करने में सफलता नहीं मिली। 


इससे पूर्व 2010 में राष्ट्रीय जनता दल के श्रीनारायण यादव को हराने के बाद जनता दल (यूनाइटेड) के उम्मीदवार के रूप में बेगुसराय जिले के साहेबपुर कमाल निर्वाचन क्षेत्र से बिहार विधान सभा के सदस्य के रूप में चुनी गईं ।


वह नीतीश कुमार की सरकार में बिहार की समाज कल्याण मंत्री बनीं और फरवरी 2014 तक इस पद पर रहीं। उन्होंने "शासन के मुद्दों" और "कार्य संतुष्टि की कमी" का हवाला देते हुए जेडी(यू) से इस्तीफा दे दिया। दो दिन बाद वे अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी में शामिल हो गईं।