PATNA : उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बिहार की पॉलिटिक्स में एंट्री मारी है। अखिलेश यादव ने बीजेपी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह की रैली पर बड़ा बयान दिया है। बिहार की पॉलिटिक्स के बहाने उन्होनें बीजेपी और केन्द्र सरकार को निशाने पर लिया है।
बिहार में अमित शाह की वर्चुअल रैली को निशाने पर लेते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि झारंखड में बुरी तरह चुनाव हार चुकी बीजेपी बिहार में 150 करोड़ रुपये खर्च कर वर्चुअल रैली के जरिए धन-बल का प्रयोग कर रही है। उन्होनें ट्विटर पर लिखा कि बीजेपी ऐसा करके विपक्ष का मनोबल तोड़ना चाहती है, क्योंकि वह जनता का विरोधी रुख समझ चुकी है। बिहार में भाजपा का तथाकथित गठबंधन गुटबाजी और परस्पर अविश्वास का त्रिकोण बन गया है।
बता दें कि बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष व केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को बिहार में बीजेपी की पहली वर्चुअल रैली 'बिहार जनसंवाद' को संबोधित किया।अमित शाह की रैली के बाद राजद नेता तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर हमला बोला था। तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर लिखा, 'वर्चुअल रैली में खोली नोटों की थैली, लेकिन ख़ाली है ग़रीबों की थाली. जनता आपको घर बैठायेगी हाथ ख़ाली, तब करना हज़ारों डिजिटल चुनावी रैली। उन्होंने आगे लिखा, 'किसान, नौजवान व ग़रीब विरोधी सरकार के विरुद्ध आज बिहार ने थाली बजाकर विरोध प्रकट किया, क्योंकि ग़रीबों का पेट और थाली, है ख़ाली।
वहीं रैली के पहले इसके विरोध में आरजेडी ने थाली बजाया वहीं विरोध में कांग्रेस ने काला दिवस मनाया तथा काले गुब्बारे उड़ाए। वामपंथी दलों ने भी विश्वासघात व धिक्कार दिवस मनाया। इस दौरान तेजस्वी यादव ने कहा कि डबल इंजन सरकार में गरीब भूखे हैं। बिहार में हाहाकार मचा है। ऐसे में डिजिटल रैली का इस्तेमाल कोरोना संक्रमण के काल में परेशान जनता की सहायता में करना चाहिए था। उधर, आरजेडी के कार्यक्रम के विरोध में जेडीयू कार्यकर्ताओं व समर्थकों ने ताली बजाई तथा आरजेडी व लालू परिवार के खिलाफ हाय-हाय के नारे लगाए।