MUZAFFARPUR : बिहार के मुजफ्फरपुर से एक सनसनीखेज मामला निकल कर सामने आया है। यहां योगिया और बालूघाट से गायब हुईं तीन नाबालिग छात्राओं में से दो के शव यूपी के मथुरा से बरामद किया गया है। एक और शव की पहचान फिलहाल नहीं हो पाई है। एएसपी नगर भानु प्रताप सिंह ने बताया कि सोमवार की सुबह छात्राओं के परिजनों को पुलिस मथुरा लेकर जाएगी। वहां पहुंचने के बाद ही स्पष्ट रूप से शवों की पहचान होगी।
दरअसल, मथुरा पुलिस को कल तीन नाबालिग छात्राओं के शव बरामद हुए हैं। उसके बाद पुलिस को यह सूचना मिली कि ये शव बिहार के मुजफ्फरपुर से गायब हुई लड़कियों के हो सकते हैं। उसके बाद मथुरा रेल पुलिस द्वारा मुजफ्फरपुर पुलिस को उनकी तस्वीर भेजी गई। उसके बाद उन तस्वीरों की पहचान के लिए कल रात पुलिस ने छात्राओं के परिजनों को नगर थाने में बुलाया था।
योगियामठ की दोनों छात्राओं के परिजनों ने फोटो से उनकी पहचान की है। आठवीं की छात्रा की पहचान चेहरे से और नौवी की छात्रा की पहचान उसके कपड़े से की गई है। वहीं, तीसरे शव को देखने के बाद बालूघाट इलाके की छात्रा के परिजनों ने उसे अपनी पुत्री का शव होने से इनकार कर दिया है। उन्होंने कहा कि शव किसी उम्रदराज महिला का लगता है।
बता दें कि, बीते 13 मई को मुजफ्फरपुर से तीन नबालिग लड़कियां गायब हो गई थी। इस दौरान गायब तीनों छात्राओं ने घर में पत्र छोड़ा था। पत्र में लिखा था कि बाबा ने बुलाया है। भक्ति के लिए हिमालय जा रहे हैं। किसी ने तलाश करने या वापस बुलाने की कोशिश की तो तीनों खुदकुशी कर लेंगी। पत्र में छात्राओं ने लिखा था कि तीन माह बाद 13 अगस्त को तीनों बाबा से मिलकर खुद वापस आ जाएंगी। छात्राओं के परिजनों ने विगत 14 मई को पुलिस को आवेदन दिया था। पर नौ दिन बाद मामले की एफआईआर दर्ज की गई है। एसएसपी ने जब इस मामले का संज्ञान लिया तब इसे गंभीरता से लिया गया।