बिहार: अचानक वैक्सीनेशन सेंटर पहुंची DM, लचर व्यवस्था देखकर हुईं आगबबूला, कर्मियों को जमकर फटकारा

बिहार: अचानक वैक्सीनेशन सेंटर पहुंची DM, लचर व्यवस्था देखकर हुईं आगबबूला, कर्मियों को जमकर फटकारा

VAISHALI :  बिहार में कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए लोगों का टीकाकरण कराया जा रहा है. सरकार ने अधिकारियों को यह निर्देश दिया है कि शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों तक हर किसी को कोरोना का टीका लगवाना आवश्यक है. ऐसे में युद्धस्तर पर टीकाकरण अभियान चलाया जा रहा है. लेकिन कहीं-कहीं लापरवाही भी देखने को मिल रही है. ताजा मामला बिहार के वैशाली जिले का है, जहां जिलाधिकारी उदिता सिंह कोविड-19 टीकाकरण केंद्र का औचक निरीक्षण करने पहुंची और वहां की अव्यवस्था देखकर कर्मियों पर भड़क गईं. उन्हें डांटते-फटकारते हुए सही से काम करने का निर्देश दिया.


गुरूवार को डीएम उदिता सिंह शाली के सदर अनुमंडल अंतर्गत पटेढ़ी बेलसर स्थित कोविड टीकाकरण केंद्र पहुंची थी. इस दौरान उदिता सिंह ने देखा कि सेंटर पर कुव्यवस्था की स्थिति थी. इस दौरान जिलाधिकारी स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सा पदाधिकारी डॉक्टर और अन्य कर्मियों को जमकर फटकार लगाते नजर आईं. दरअसल डीएम ने जब वहां मौजूद स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों और कर्मियों से कोविड-19 को लेकर दिए गए दिशा निर्देशों के अनुपालन के बारे में पूछा तो स्वास्थ्य विभाग के तमाम अधिकारियों और कर्मियों ने कुछ भी जवाब नहीं दे पाए, जिसके बाद भी डीएम उदिता सिंह बेहद नाराज होकर सभी को सरेआम डांट फटकार लगाईं. 



जिलाधिकारी उदिता सिंह ने लापरवाही के लिए सभी के खिलाफ कार्रवाई करने की भी चेतावनी दी. दरअसल कोविड-19 को लेकर जिलाधिकारी लगातार वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए प्रखंड के सभी अधिकारियों को टीम बनाकर कोरोना महामारी पर काबू पाने के लिए सही तरीके से कार्य करने का दिशा निर्देश दिया था. ताकि लोगों को जागरूक किया जा सके और इलाके के लोगों को कोरोना वायरस के प्रति जागरूक करने के साथ कोरोना वैक्सीन अभियान पर भी जोर देने को कहा गया था. 



इसके लिए वीडियो और स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को टीम बनाकर जागरूकता अभियान चलाने का दिशा निर्देश दिया गया था. लेकिन जिलाधिकारी द्वारा दिए गए दिशानिर्देशों का कहीं कोई अनुपालन होता नहीं दिखा और जब इसकी डीएम ने खुद पड़ताल की तो जिलाधिकारी खुद हैरान रह गईं. जिम्मेदार अधिकारियों की लापरवाही को लेकर उन्होंने काफी देर तक सभी को खरी-खोटी सुनाई.



जिलाधिकारी के औचक निरीक्षण में शामिल सिविल सर्जन इंद्रदेव रंजन  ने भी अधिकारियों की लापरवाही की पुष्टि की है, जिसके बाद उन्होंने कहा है कि इसके लिए जिम्मेदार ब्लॉक हेल्थ मैनेजर से तत्काल स्पष्टीकरण की मांग की गई है और सत्य पाय जाने पर कार्रवाई की जाएगी.