MIvsCSK: CSK से बदला लेने के लिए MI का मास्टरप्लान, इससे कैसे बचेंगे MS DHONI? Bihar News: दर्दनाक हादसे में दो लोगों की मौत, पुल से नदी में गिरा तेज रफ्तार ट्रैक्टर दरभंगा में मेहंदी सेरेमनी में हर्ष फायरिंग, डांसर की गोली लगने से मौत Bihar News: झगड़ा देखने की ललक साबित हुई जानलेवा, युवक को सीने में गोली लगने के बाद मचा कोहराम Bihar News: 3 कमरे का घर और 3 करोड़ का बिल, बिजली विभाग के नए कारनामें की राज्य भर में चर्चा Bihar News: सड़क दुर्घटना में युवक की मौत, गुस्साई भीड़ ने सफारी को किया आग के हवाले PM Awas Yojana: बिहार में पीएम आवास योजना में वसूली का खेल! ऑनलाइन 12 हजार लेने के बाद भी नहीं मिला लाभ; स्क्रीनशॉट वायरल Bihar Politics: शकील अहमद ने खोले सीएम चेहरे पर पत्ते, इस दिन होगा फैसला! Patna Crime News: पटना का बड़ा कारोबारी तीन दिनों से लापता, अनहोनी की आशंका से सहमे परिजन Court Decision: पत्नी और बच्चों को जिंदा जलाने वाले दरिंदे को कोर्ट से फांसी, सास को उम्रकैद
SARAN : बिहार में पंचायत चुनाव चल रहे हैं. पहले और दूसरे चरण की वोटिंग खत्म हो चुकी है. इसी बीच कई दिलचस्प मुकाबले भी देखने को मिलते हैं. कहीं भाई-भाई, सास-बहु तो कहीं देवरानी-जेठानी एक दूसरे को टक्कर देती नज़र आती हैं. लेकिन बिहार के सारण जिले में पति-पत्नी ने एक दूसरे के खिलाफ पंचायत चुनाव में ताल ठोक दिया है. यहां पति-पत्नी ने एक-दूसरे के खिलाफ नामांकन कर दिया है.
दरअसल, मढ़ौरा एसडीओ के कार्यालय में अभिषेक सिंह और उनकी पत्नी अर्चना सिंह ने सारण के गंडक दियारा क्षेत्र स्थित पानापुर प्रखंड के जिला पार्षद भाग दो सीट के लिए नामांकन का पर्चा भरा है. दोनों एक साथ ही नामांकन करने पहुंचे. फिर एक ही सीट के लिए नामांकन किया. लोगों को जब पता चला कि एक ही सीट से पति-पत्नी ने एक-दूसरे के खिलाफ ताल ठोकी है तो उनकी रुचि बढ़ गई.
लोगों का कहना है कि यह चुनावी पैतराबाजी है. क्योंकि पति या पत्नी कोई एक ही चुनाव मैदान में रहेगा. लेकिन फिलहाल तो यह चर्चा का विषय जरूर बन गया है. बता दें कि अर्चना सिंह इस सीट से निवर्तमान जिला पार्षद हैं. पांच साल का कार्यकाल पूरा होने के बाद उन्होंने दोबारा नामजदगी की है. वहीं, अर्चना सिंह के पति पिछले चुनाव में उनके चुनाव अभिकर्ता थे. लेकिन इस बार वे खुद रेस में आ गए हैं.
पति अभिषेक सिंह ने बताया कि वे खुद इस बार चुनाव लड़ेंगे. उन्होंने बताया कि वे आवास सहायक की नौकरी छोड़कर चुनाव मैदान में उतरे हैं. लोगों के बीच यह चर्चा भी है कि यदि किसी एक का नामांकन रद्द होता है तो दूसरा मैदान में रहेगा, इसी सोच के तहत दोनों ने नामांकन किया है.