PATNA : बिहार के यूनिवर्सिटी में पार्दर्शिता के लिए राज्यपाल ने कई निर्देश दिए हैं। राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर ने कहा है कि बिहार के सभी विश्वविद्यालयों को अपना एक एप बनाना होगा। इन सभी एप को राजभवन से जोड़ दिया जाएगा। राज्यपाल ने कहा कि इस पर सभी विश्वविद्यालयों को हर दिन की गतिविधियों की जानकारी अपलोड करनी होगी। इन गतिविधियों पर राजभवन नजर रखेगा।
दरअसल, पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय सीनेट की सातवीं बैठक में सदस्यों को संबोधित करते हुए राज्यपाल सह कुलाधिपति राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने कहा कि इसके माध्यम से विश्वविद्यालयों के नामांकन, कक्षा,परीक्षा और खेलकूद के अलावा मीटिंग और अधिकारियों की गतिविधियों पर भी नजर रखी जाएगी, जिससे पारदर्शिता बढ़ेगी।
मालूम हो कि, बिहार के राज्यपाल बिहार राज्य के संवैधानिक प्रमुख हैं और भारत के संविधान में परिभाषित शक्तियों का प्रयोग करते हैं। राज्यपाल राज्य में विश्वविद्यालयों के पदेन कुलाधिपति भी होते हैं। राज्यपाल का सचिवालय राज्य में विश्वविद्यालयों के कुलाधिपति के रूप में अपने संवैधानिक, औपचारिक और अन्य राज्य जिम्मेदारियों और उनके कर्तव्यों के निर्वहन में राज्यपाल को सचिवीय सहायता प्रदान करता है।
वहीं, राज्यपाल की ओर से विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर्स को पत्र लिख कर बता दिया गया था कि राजभवन और राज्यपाल के सचिवालय के अलावा किसी अन्य की ओर से विशवविद्यालय को निर्देश देना उनकी स्वायत्तता के अनुकूल नहीं है। बिहार के विश्वविद्यालय की काम-काज की आजादी को लेकर राजभवन और राज्य सरकार के बीच टकराव की स्थिति बन गई थी उसके बाद विश्वविद्यालय की स्वायत्तता को लेकर राज्यपाल की ओर से आदेश जारी किया गया।