PATNA : बिहार में कोरोना से निपटने को लेकर सरकार ने कवायद तेज कर दी है।कोरोना को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज उच्च स्तरीय बैठक की, जिसमें बेहद अहम फैसले लिये गये हैं। सरकार ने राज्य के सभी स्कूल, कॉलेज और कोचिंग संस्थानों को बंद रखने के साथ साथ सभी सार्वजनिक कार्यक्रमों पर 31 मार्च तक रोक लगा दिया गया है।इस बीच स्वास्थ्य विभाग ने लेटर जारी कर सूबे के तमाम सरकारी हॉस्पिटलों में डॉक्टरों समेत तमाम स्वास्थ्यकर्मियों की छुट्टियां 31 मार्च तक रद्द कर दी गयी हैं।
AIIMS, IGIMS, PMCH में कोरोना वायरस जांच की व्यवस्था बढ़ायी जायेगी।सभी अस्पताल में व्यवस्था दुरूस्त होगा। तत्काल 100 वेंटीलेटर बढ़ाये जायेंगे। हालांकि अब तक बिहार में कोई भी कोरोना वायरस का पोजिटिव मरीज नहीं पाया गया है, लेकिन एहतियात बरतना बेहद जरूरी है। लिहाजा सरकार ने कई अहम फैसले लिये हैं। राज्य के सभी सरकारी-प्राइवेट स्कूल-कॉलेज और कोचिंग संस्थान 31 मार्च तक बंद रहेंगे। सीबीएसई परीक्षा जारी रहेंगी लेकिन बाकी सभी परीक्षाओं को 31 मार्च तक स्थगित किया गया है।सरकारी स्कूलों में जहां मिड डे मिल मिल रहा है, उसका पैसा सीधे छात्र-छात्राओं के खाते में ट्रांसफर कर दिया जायेगा।
राज्य के सभी आंगनबाड़ी केंद्र बंद रहेंगे। आंगनबाड़ी केंद्रों में जो बच्चों को खाना मिल रहा था, उसका पैसा बच्चों के माता-पिता के खाते में ट्रांसफर कर दिया जायेगा। 22 मार्च को होने वाला बिहार दिवस समारोह रद्द किया गया, अप्रैल में फैसला करेंगे कि बिहार दिवस समारोह कैसे मनायेंगे। 31 मार्च तक सभी खेल-कूद प्रतियोगिता, सांस्कृतिक कार्यक्रम पर रोक लगा दिया गया, सभी सभागारों, मैदानों के आवंदन रद्द किया गया है।
सरकारी दफ्तरों में कर्मचारियों को एक साथ बुलाने पर रोक लग गयी है। कार्यालय प्रधान तय करेंगे कि कर्मचारियों को बारी-बारी से बुलायें. यानि एक दिन कुछ कर्मचारी आयें और दूसरे दिन कुछ। जो अति आवश्यक काम में लगे कर्मचारी हैं उन्हें ही रोज बुलाया जायेगा। वहीं भारत-नेपाल बार्डर पर चेकिंग सख्त किया जायेगा। 49 मेडिकल कैंप चल रहा है। लेकिन पूरे बार्डर पर सख्त चेकिंग होगी।