Bhojpur News: बड़हरा से 5000 तीर्थयात्रियों को भेजने के संकल्प की नई कड़ी, अजय सिंह ने बलुआ से जत्था किया रवाना Bhojpur News: बड़हरा से 5000 तीर्थयात्रियों को भेजने के संकल्प की नई कड़ी, अजय सिंह ने बलुआ से जत्था किया रवाना Bihar Politics: युवा चेतना प्रमुख रोहित कुमार सिंह का लालू यादव पर बड़ा हमला, राहुल गांधी के समर्थन को बताया बिहार का अपमान Bihar Politics: युवा चेतना प्रमुख रोहित कुमार सिंह का लालू यादव पर बड़ा हमला, राहुल गांधी के समर्थन को बताया बिहार का अपमान Bihar News: बिहार में मां और दो बेटियों की दर्दनाक मौत, तालाब में डूबने से गई तीनों की जान Bihar News: बिहार में मां और दो बेटियों की दर्दनाक मौत, तालाब में डूबने से गई तीनों की जान Bihar Politics: ‘देश में वोट की चोरी कर बनाई जा रही सरकार’ सासाराम की जनसभा में बोले मुकेश सहनी Bihar Politics: ‘देश में वोट की चोरी कर बनाई जा रही सरकार’ सासाराम की जनसभा में बोले मुकेश सहनी Bihar Politics: ‘जन सुराज के डर से राहुल गांधी को करनी पड़ रही यात्रा, टेंशन में NDA’ समस्तीपुर में बोले प्रशांत किशोर Bihar Politics: ‘जन सुराज के डर से राहुल गांधी को करनी पड़ रही यात्रा, टेंशन में NDA’ समस्तीपुर में बोले प्रशांत किशोर
1st Bihar Published by: Tahsin Ali Updated Tue, 21 Sep 2021 10:14:14 PM IST
- फ़ोटो
PURNEA: बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और स्वतंत्रता सेनानी स्वर्गीय भोला पासवान शास्त्री का जयंती मनायी गयी। पूर्व सीएम के 107वीं जयंती के मौके पर पूर्णिया के बैरगाछी स्थित उनके आवास जमुई सांसद चिराग पासवान पहुंचे। जहां दिवंगत भोला पासवान शास्त्री के तैलिय चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी गयी।
इस मौके पर चिराग पासवान ने कहा कि स्वर्गीय भोला पासवान शास्त्री के साथ उनके पिता स्वर्गीय रामविलास पासवान के संबंध काफी घनिष्ठ थे। उनलोगों की विचारधारा दलित समुदाय के प्रति उत्थान की ओर थी।
आज चिराग पासवान उनके घर पर भोजन करेंगे और रात्रि विश्राम भी करेंगे। चिराग ने कहा कि यहीं से भोला बाबू की राजनीति की शुरुआत हुई थी। ऐसा माना जा रहा है कि चिराग नए सिरे से राजनीति शुरू कर रहे हैं। ऐसे में यहां से उन अनुभूति को प्राप्त कर वे आगे बढेंगे।
चिराग ने कहा कि सादगी भरा जीवन और इमानदारी के लिए भोला पासवान शास्त्री जी जाने जाते थे। मेरे नेता आज होते तो वे जरूर आते आज उनकी अनुपस्थिति में मैं यहां मौजूद हूं। जिस तरीके से दोनों नेता ने संघर्ष किए। समाज के दलित शोषित पिछड़े वर्ग को कैसे मुख्य धारा में जोड़ा जाए इसे लेकर काम किये। इसे लेकर आज परिवार के सदस्यों के साथ बैठकर विचार विमर्श करेंगे। आने वाले समय में क्या-क्या काम अधूरे रह गये हैं उसे लेकर वे आगे की रणनीति तैयार करेंगे।
गौरतलब है कि भोला पासवान शास्त्री बिहार के पहले दलित मुख्यमंत्री होने के साथ-साथ 3 बार मुख्यमंत्री बनने का गौरव प्राप्त कर चुके हैं। अपने मुख्यमंत्री काल में उन्होंने साधारण जीवन व्यतीत किया।