BEGUSARAI: गंगा में हो रही कटाव को रोकने के लिए लोग पूजा-पाठ कर रहे हैं। भगवान से विनती कर रहे हैं कि उन्हें इस समस्या से बचाएं। यहां के लोगों को सरकार से ज्यादा भगवान पर भरोसा है और शायद यही कारण हैं कि गांव में सैकड़ों लोग पूजा करने के लिए इकट्ठा हुए। यहां सैकड़ों एकड़ में लगी फसले पानी में डूब गयी है। गंगा के जलस्तर में लगातार वृद्धि हो रही है। गंगा में बढ़ते जलस्तर से भीषण कटाव की स्थिति उत्पन्न हो गयी है। लोग ऊंचे स्थानों की ओर रुख कर रहे हैं और इस समस्या से निजात दिलाने के लिए देवी देवताओं की पूजा करने में लगे हैं। लोगों को पूरा विश्वास है कि अब उन्हें भगवान ही सहारा देंगे।
दरअसल बेगूसराय जिले के शाम्हो प्रखंड के दियारा क्षेत्र में गंगा के बढ़ते जलस्तर से किसानों के खेतों तक पानी पहुंच गया है। जिससे किसानों के करीब 1500 एकड़ में लगे मक्के की फसलें डूब गई है। आप तस्वीरों में देख सकते हैं किस कदर गंगा के बढ़े पानी में फसल डूबी हुई है। दूर-दूर तक चारों तरफ सिर्फ पानी ही पानी नजर आ रहा है। वहीं दूसरी ओर बलिया प्रखंड के भवानंदपुर शिवनगर में कटाव जारी है। जिससे लोगों का खेत कटकर गंगा में विलीन हो रहा हैं। वही जिस तरीके से कटाव बढ़ता जा रहा है वैसे में कुछ दिनों में कटाव गांव के नजदीक पहुंच जाएगा।
इन तस्वीरों में देख सकते हैं किस कदर गंगा के तेज धार में भीषण कटाव होकर मिट्टी गंगा में विलीन हो रही है। स्थानीय लोगों ने जिला प्रशासन से कटाव निरोधी कार्य चलाने की भी मांग की है। साम्हो प्रखंड के प्रखंड प्रमुख मनोज कुमार ने बताया कि गंगा में जलस्तर बढ़ने से किसानों की लगी फसल डूब गई है। कई बार प्रखंड कृषि पदाधिकारी को सूचना भी दी गई लेकिन अब तक कोई पदाधिकारी निरीक्षण करने नहीं पहुंचे हैं। पिछली बार भी फसल क्षति पूर्ति का मुआवजा किसानों को नहीं मिल पाया था। इस बार भी सैकड़ों एकड़ में लगी फसलें किसानों की डूब गई है।
वहीं बलिया प्रखंड क्षेत्र के दियारा इलाके में बहने वाली गंगा नदी में इन दिनों लगातार जलस्तर वृद्धि होने के कारण दियारा क्षेत्र में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न होने लगी है। जिसे लेकर क्षेत्र के लोगों में काफी मायूसी देखी जा रही है। दियारा क्षेत्र के शादीपुर बिशनपुर नवरंगा मीरअलीपुर ,शिवनगर भवानंदपुर, मसुदनपुर समेत क्षेत्र के कई अन्य गांव में गंगा का पानी प्रवेश करने से लगभग 100 एकड़ से ज्यादा खेतों में लगे मक्के की फसल डूबने की कगार पर है। जिसको लेकर यहां के क्षेत्रीय किसान मजबूरन अपने खेतों में लगी आधे अधूरे मक्के की फसल को काटकर अपने अपने मवेशियों को चारा के रूप में खिलाने के लिए विवश हैं।
बता दें कि गंगा के कटाव ना हो इसके लिए यहां के स्थानीय ग्रामीण अब आस्था का सहारा ले रहे हैं। गंगा किनारे जुटे ग्रामीणों ने देवी देवताओं की पूजा अर्चना की। गंगा में हो रहे कटाव को रोकने की कामना भगवान से की। जलस्तर वृद्धि होने के कारण के शादीपुर द्वारा गांव स्थित मध्य विद्यालय परिसर में बाढ़ का पानी प्रवेश करने से बच्चों के पठन-पाठन भी प्रभावित हो गया है। शिवनगर गांव में जलस्तर वृद्धि होने से कटाव की प्रक्रिया तेज हो गई है। जिसे लेकर वहां के स्थानीय ग्रामीणों में दहशत व्याप्त है।