Ayush Mhatre: आयुष म्हात्रे ने पहले ही मैच में तोड़ा 18 साल पुराना रिकॉर्ड, विस्फोटक बल्लेबाजी देख फैंस बोले “इसे अब तक बचाकर क्यों रखा था” बेतिया में ग्रामीणों का इंसाफ: गांव की लड़की से छेड़खानी करने वाले 2 मनचलों को जमकर पीटा, चेहरे पर कालिख लगाकर चप्पल से पिटाई का Video Viral Lawrence Bishnoi: लॉरेंस बिश्नोई गैंग में धड़ल्ले से हो रही युवाओं की भर्ती, चुनौती से निपटने के लिए पुलिस ने तैयार किया मास्टरप्लान वर्दी का ख्वाब साकार कर रहे हैं अजय सिंह, फिजिकल की तैयारी के लिए युवाओं को दे रहे हाई जम्पिंग गद्दा कर्नाटक में पूर्व DGP की हत्या, पत्नी पर लगा संगीन आरोप, बिहार के रहने वाले थे ओम प्रकाश PBKSvsRCB: पंजाब किंग्स पर जीत के साथ विराट कोहली ने तोड़ डाला धोनी का यह बड़ा रिकॉर्ड, अब रोहित शर्मा की बारी Bihar News: चुनावी साल में केंद्र सरकार ने खोला खजाना, बिहार के लिए बनाया विकास का यह मेगा प्लान; जानिए.. Bihar News: एक गलती और कई दुकानें राख में तब्दील, लाखों की संपत्ति स्वाहा, कहीं आप भी तो नहीं करते यह भूल? मुंगेर में 5 मिनी गन फैक्ट्री का खुलासा, हथियार बनाते 3 कारीगर गिरफ्तार Bihar Crime: शराब तस्करों का पीछा करने के दौरान पुलिस की गाड़ी पलटी, 2 पुलिसकर्मी घायल, तस्कर गिरफ्तार
DELHI : इस वक्त एक भयभीत और हैरान करने वाली तस्वीर दिल्ली से सामने आई है. जहां आनंद विहार बस अड्डे पर हजारों लोगों की भीड़ जमा हो गई है. बदइंतजामी के बीच घर जाने को हजारों बिहारी मजदूर, रिक्शा चालक और फैक्ट्री कर्मचारी बेताब हैं. अपने-अपने अपने गांव की ओर लौटने के लिए हजारों की तादाद में निकल पड़े हैं. इस भीड़ में बिहार, झारखंड और उत्तर प्रदेश के लोग शामिल हैं.
कई लोग पैदल अपने गांव की ओर चल पड़े हैं. लॉकडाउन के चौथे दिन अपने-अपने घर के लिए पलायन एक बड़ी चुनौती बनकर सामने दिखा. इससे निपटने के लिए केंद्र और राज्य सरकारों ने कई कदम उठाए हैं. दिल्ली-एनसीआर का हाल सबसे बुरा है, जहां मजदूर, रिक्शा चालक और फैक्ट्री कर्मचारी अपने अपने गांव की ओर लौटने के लिए हजारों की तादाद में निकल पड़े हैं.
भीड़ में जुटे मजदूरों को कोरोना से संक्रमित हो जाने की कोई चिंता नहीं है. किसी दूसरे को संक्रमित कर देने का अंदेशा भी नहीं है. इन्हें घर जाना है, और इसीलिए बस में कैसे भी टिक जाने की बेताबी है. आनंद बिहार बस बड्डे पर भी मजदूरों का ऐसा ही रेला है. मजदुरों का कहना है कि उनके पैसे खत्म हो गए हैं. भूख है, मगर जेब खाली है. इसलिए वे अपने घर को लौट जाना चाहते हैं. आज सुबह ही सीएम नीतीश की ओर से अपील कर उन्हें रुकने के लिए कहा गया था. राज्य सरकारों से उनके लिए व्यवस्था करने की बात कही गई थी.