PATNA : हत्याकांड के मामले में कई दिनों से जेल में बंद विधायक अमरजीत कुशवाहा इसबार की होली शानदार तरीके से मानने वाले हैं. जीरादेई के भाकपा माले विधायक अमरजीत कुशवहा पटना हाईकोर्ट ने जमार दे दिया है. कुशवाहा कल ही जेल से बाहर आ सकते हैं. होली से पहले बेल मिलने पर कुशवाहा के समर्थकों और उनके परिवार के बीच ख़ुशी की लहर है.
गौरतलब हो कि सीवान के जीरादेई सीट से भाकपा माले के विधायक अमरजीत कुशवाहा फिलहाल जेल में बंद हैं. लेकिन शुक्रवार को उन्हें पटना उच्च न्यायालय से हत्याकांड के मामले में जमानत मिल गई. माना जा रहा है कि कल शनिवार को ही विधायक अमरजीत कुशवाहा जेल से बाहर आ सकते हैं. आपको बता दें कि एमएलए अमरजीत कुशवाहा 2015 विधानसभा चुनाव में नॉमिनेशन के दिन ही गिरफ्तार हुए थे. 12 अक्टूबर 2015 को उन्होंने अपना पर्चा दाखिल किया था. इसी दौरान पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था. तब से वे जेल में ही बंद हैं. दरअसल साल 2014 में गुठनी थाना क्षेत्र के चिलमरवा गांव में भूमि विवाद को लेकर दो पक्षों के बीच खूनी संघर्ष हुआ था.
इस मामले में बेलउड़ गांव के मुखिया अमर सिंह का बेटा राजू सिंह और सोहगरा गांव निवासी जदयू नेता राकेश सिंह का भाई उमेश सिंह की हत्या हो गई थी. इस बहुचर्चित मामले में दरौली के विधायक सत्यदेव राम भी आरोपित हैं. 2015 में अमरजीत के साथ उन्हें भी पुलिस ने गिरफ्तार किया था. लेकिन विधानसभा चुनाव जीतने के बाद सत्यदेव राम जमानत पर बाहर निकल गए. जबकि चुनाव हारने के बाद अमरजीत लगातार जेल में ही बंद रहे. लेकिन इसबार अमरजीत कुशवाहा भी जेल में रहकर विधायक बन गए.
आपको बता दें कि हाल ही में बिहार विधानमंडल के बजट सत्र के 13वें दिन माले विधायक अमरजीत कुशवाहा को लेकर एक दिलचस्प वाकया हुआ. जब स्पीकर ने सीपीआई (माले) के जीरादेई से विधायक से पूछा कि आप जवाब क्यों नहीं पढ़ पाते हैं. इसपर विधानसभा में विधायक अमरजीत कुशवाहा ने कहा कि जेल में ऑनलाइन सवाल का जवाब नहीं पढ़ पाता हूं. जेल से आता हूं, इसलिए जवाब के बारे में ऑनलाइन जानकारी नहीं ले पाता हूं. विधायक के इस जवाब को सुनकर विधानसभा में मौजूद सभी विधायक हंसने लगे जिसके बाद विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि जेल से तो आप आते हैं आपका पीए तो बाहर हैं ना उनको बोलिए जवाब पढ़कर आपको दे दें. इस पर माले विधायक अमरजीत कुशवाहा ने कहा कि पीए अभी-अभी बहाल हुआ है उसे भी सभी चीजें समझ में नहीं आती हैं.
आपको बता दें कि माले विधायक अमरजीत कुशवाहा ने सीवान जिला के मैरवा प्रखंड के मिश्री सदा अनुदानित कालेज का मामला उठाया था. विधायक ने कहा कि वर्ष 2008 से वर्ष 2013 तक अनुदान राशि बकाया है जिससे शिक्षक और शिक्षकेतर कर्मचारियों की स्थिति काफी दयनीय हो गई है.