CHHAPRA: अपने कारनामों को लेकर चर्चा में रहने वाला बिहार का स्वास्थ्य महकमा एक बार फिर से सुर्खियों में आ गया है। बीते शनिवार को हाजीपुर के सदर अस्पताल से एक तस्वीर सामने आई थी, जिसमें एक पिता एम्बुलेस के लिए अपनी मासूम बेटी का शव गोद में लेकर घटों चक्कर लगाते दिखा था लेकिन इस बार का मामला बिल्कुल अलग है। घटना छपरा सदर अस्पताल की है, जहां हेल्थ सर्टिफिकेट बनवाने पहुंचे दो युवकों को बंधक बनाकर पीटा गया। दोनों का कसूर सिर्फ इतना था कि वे अस्पताल में व्याप्त कुव्यवस्था का वीडियो बना रहे थे।
दरअसल, दो दिन पहले दोनों पीड़ित युवक नौकरी के लिए हेल्थ सर्टिफिकेट बनवाने छपरा सदर अस्पताल पहुंचे थे। काफी कोशिशों के बाद जब उनका हेल्थ सर्टिफिटेक नहीं बना तो परेशान होकर दोनों युवक अस्पताल में व्याप्त कुव्यवस्था की मोबाइल से वीडियो बनाने लगे। इसी बात से नाराज होकर सदर अस्पताल की दो नर्सों साक्षी और पूजा ने दोनों युवक को कमरे में बंद कर दिया और जमकर डंडे बरसाए। दोनों नर्स युवकों की पिटाई करते हुए कहती हैं कि वीडियो बनाना है तो जाकर अपनी मां और बहन का वीडियो बनाओ। इसी दौरान वहां मौजूद किसी शख्स ने पूरे घटनाक्रम का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर शेयर कर दिया, जो अब तेजी से वायरल हो रहा है हालांकि फर्स्ट बिहार वायरल वीडियो की सत्यता की पुष्टि नहीं करता है।
पूरे मामले पर पूछे जाने पर अस्पताल प्रबंधन ने ऐसी किसी भी घटना से इनकार कर दिया है। जबकि सिविल सर्जन ने भी घटना की जानकारी नहीं होने की बात कहकर अपना पल्ला झाड़ लिया। दोनों नर्सों की पहचान होने के बावजूद उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नही हो सकी है। पूरा अस्पताल प्रशासन मामले की लीपापोती में लग गया है। बता दें कि छपरा सदर अस्पताल में दलालों का बड़ा बोलबाला है जिन्हें अस्पताल प्रशासन का संरक्षण प्राप्त है। वायरल वीडियो में साफ तौर पर देखा जा सकता है कि कैसे दोनों नर्स लड़कों पर डंडे बरसा रही हैं।