PATNA: आरजेडी के वरिष्ठ नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी के बयान के बाद बिहार का सियासी पारा गरमा गया है। अब्दुल बारी सिद्दीकी ने पिछले दिनों कहा था कि भारत में मुसलमान सुरक्षित नहीं हैं और उन्हें यहां डर लगता है। सिद्दीकी के इस बयान पर बीजेपी ने जोरदार हमला बोला है। नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने कहा है कि सिद्दीकी के नेता तेजस्वी यादव के सत्ता में आने से बिहार का जंगलराज अब गुंडाराज में बदल गया है। ऐसे में उनका डरना स्वभाविक है लेकिन 2024-25 में उनका यह डर दूर हो जाएगा और सिद्दीकी अपने बच्चों के साथ बिहार में सकून से रह पाएंगे। इस दौरान उन्होंने ऊर्जा मंत्री बिजेन्द्र यादव पर भी जोरदार हमला बोला।
विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि अब्दुल बारी सिद्दीकी ने लंबे समय तक बिहार में राजनीति की है और वे बिहार के एक सुलझे हुए नेता हैं। लेकिन उनका यह बयान कि उन्हें भारत में डर लगता है, यह काफी दुर्भाग्यपूर्ण है। बिहार में सुशासन को स्थापित करने के लिए बीजेपी ने लंबी लड़ाई लड़ी लेकिन चोर दरवाजे से आज उन्हीं के नेता सरकार में शामिल हो गए हैं। बिहार ने जिस तरह से जंगलराज से आगे बढ़कर गुंडाराज की तरफ कदम बढ़ा दिया है, ऐसी स्थिति में अब्दुल बारी सिद्दीकी का भय स्वभाविक है और उसी भय के कारण सिद्दीकी ऐसी बात कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि बिहार में जंगलराज के बाद अब गुंडाराज स्थापित हो गया है, इसलिए वे अपने बच्चों को लेकर भयभीत हैं। इसी भय के कारण वे अपने बच्चों को बिहार आने से मना कर रहे हैं। विजय सिन्हा ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कारण पूरे भारत में आतंकवादियों का गढ़ ध्वास्त हो चुका है। पहले जहां बम ब्लास्ट होता था वहां आज लोग शांति से जीवन जी रहे हैं। 2024 और 2025 में बिहार में भी आतंक का राज खत्म हो जाएगा और तब अब्दुल बारी सिद्दीकी बिहार में सकून की जिंदगी जी सकेंगे।
वहीं बिहार सरकार के ऊर्जा मंत्री बिजेन्द्र यादव के यह कहने पर कि संजय जायसवाल और विजय सिन्हा के कारण एनडीए में टूट हुई, इसपर विजय सिन्हा ने पलटवार करते हुए कहा कि बढ़ती हुई उम्र का प्रभाव बिजेन्द्र यादव पर पड़ता दिखाई दे रहा है। बिजेन्द्र यादव अपना दोष दूसरों के मत्थे मढ़ रहे हैं। उन्हें पता होना चाहिए कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने खुद कहा था कि बिजेन्द्र यादव और ललन सिंह की सलाह पर उन्होंने गठबंधन तोड़ा था। विजय सिन्हा ने कहा कि मंत्री रहते हुए वे हमेशा भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई लड़ते रहे। मंत्री रहते हुए उनकी क्या उपलब्धि रही वे इसकी जानकारी पत्र के माध्यम से बिजेन्द्र यादव को उपलब्ध करा देंगे। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भ्रष्टाचार में जीरो टॉलरेंस कतई पसंद नहीं है, यही कारण है कि उन्होंने बीजेपी से गठबंधन तोड़ा।