GAYA : बिहार के लॉकडाउन के दौरान अपनी हनक दिखाने पर आमदा पुलिसकर्मियों ने एक नाबालिग लड़के पर ताबड़तोड़ लाठियां बरसायीं. बच्चे पर इस कदर लाठियां चलायी गयीं कि उसकी उंगली बुरी तरह फट गयी. अब उस उंगली को काटने तक की नौबत आ गयी है. सवाल ये है कि क्या बच्चे पर लाठी बरसाने वाले हैवान पुलिसकर्मी को सजा दी जायेगी.
गया में पुलिस ने की बर्बर पिटाई
जिस बच्चे का हम जिक्र कर रहे हैं उसका कसूर सिर्फ इतना था कि लॉकडाउन में वह अपने पिता के लिए दवा लाने निकल गया था. मामला गया के कोतवाली थाना क्षेत्र के पंचायती अखाड़े इलाके का है. पिता के लिए दवा लेकर लौट रहे लड़के को पुलिसवालों ने रोका औऱ ताबड़तोड़ लाठियां बरसानी शुरू कर दी.
इस घटना के प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि पुलिसवाले बिना कुछ देखे लाठियां बरसा रहे थे. लाठी की चोट से शरीर को बचाने के लिए उस लड़के ने अपने हाथों को आगे कर दिया. नतीजतन पुलिस की कई लाठी उसके हाथों पर पड़ी. लाठी इतनी बर्बरता से बरसाये जा रहे थे कि उस लड़के के हाथ की उंगली बुरी तरह फट गयी. हाथ से खून बहता रहा औऱ लाठी बरसा कर पुलिस वाले निकल गये.
उंगली काटने की नौबत
पुलिस की लाठी से चोट खाये लड़के को गया के जेएलपी अस्पताल में भर्ती कराया गया है. डॉक्टरों ने प्राथमिक इलाज किया है लेकिन कहा है कि तत्काल उंगुली का ऑपरेशन करना पड़ेगा. अगर ऑपरेशन नहीं किया गया तो उंगली काटनी भी पड़ सकती है. लड़के के परिजन पैसे का इंतजाम करने में लगे हैं. लेकिन समस्या सिर्फ पैसे की नहीं है, कोरोना संक्रमण के कारण अधिकांश अस्पतालों में दूसरे मरीजों का इलाज बंद है. लिहाजा सही तरीके से ऑपरेशन हो पाना भी मुश्किल है.
पुलिस में दर्ज करायी शिकायत
पुलिस की लाठी से चोट खाने वाले नाबालिग लड़के का नाम अफसर है. उसके परिजनों ने लाठी बरसाने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ थाने में शिकायत दर्ज करायी है. परिजनों का कहना है कि हैवान बने पुलिसकर्मियों ने तब लाठियां बरसायी जब अफसर दवा लेकर अपने घर के दरवाजे पर पहुंच गया था. उसने ऐसा कौन सा गुनाह किया था कि इस बर्बर तरीके से उसे पीटा गया. उधर गया कोतवाली थाने के थानेदार मृत्युंजय सिंह ने कहा कि मामले की रिपोर्ट उपर के अधिकारियों को भेजी गयी है. दोषी पुलिसकर्मियों की पहचान कर उनके खिलाफ कार्रवाई की जायेगी.