PATNA : बिहार के 2.5 लाख रिटायर्ड कर्मियों के लिए खुशखबरी है। जल्दी ही उन्हें सातवें वेतन का लाभ मिलने जा रहा है। सरकार 31 मार्च तक रीविजन पूरा करने जा रही है। ये वो रिटायर्ड कर्मी है जो 2016 के पहले रिटायर्ड हुए हैं और उन्हें अभी तक सातवा वेतन के आधार पर पेंशन का लाभ नहीं मिल रहा है।
डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी ने विधान परिषद में बताया कि साल 2016 के पहले रिटायर कर्मियों के पेंशन का रीविजन 31 मार्च तक हो जाएगा। ऐसे कर्मियों की संख्या दो लाख 53 हजार है। इन कर्मियों में लगभग दो लाख 20 हजार का पेंशन रीविजन हो चुका है। शेष कर्मियों का रीविजन भी 31 मार्च तक हो जाएगा। वे प्रो. नवल किशोर यादव, रामचन्द्र पूर्वे और कृष्ण कुमार सिंह के अल्पसूचित प्रश्न का जवाब दे रहे थे।
डिप्टी सीएम ने कहा कि राज्य के तीन लाख 64 हजार पेंशनभोगियों को सातवें वेतन के आधार पर औपबंधिक पेंशन का लाभ दिया जा रहा है। इसके लिए मूल पेंशन की राशि को 2.57 से गुणा कर पेंशन की राशि बैंकों द्वारा दी जा रही है। डिप्टी सीएम ने बताया कि एक जानवरी 2016 के पहले रिटायर कर्मियों के पेशन रीविजन का काम संबंधित बैंकों को करना था। लेकिन बैंकों ने इस काम में रूचि नहीं ली। बाद में यह काम महालेखाकार को दे दिया गया। महालेखाकार में भी डाटा इंट्री ऑपरेटर की कमी थी। वहां से मांगने पर सरकार ने इस काम के लिए आठ डाटा इंट्री अपरेटरों को वहां प्रतिनियुक्त कर दी है। लिहाजा पेंशन रीविजन के काम में तेजी आ गई है। इस वित्तीय वर्ष के समाप्त होने के पहले यह काम पूरा हो जाएगा।