बिहार के 4 मजदूरों को आतंकवादियों ने मारी गोली, घटना पर आंसू बहाते मां बोली..बिहार में रोजगार होता तो गोली खाने कश्मीर नहीं जाता बेटा

बिहार के 4 मजदूरों को आतंकवादियों ने मारी गोली, घटना पर आंसू बहाते मां बोली..बिहार में रोजगार होता तो गोली खाने कश्मीर नहीं जाता बेटा

SUPAUL: जम्मू-कश्मीर के शोपियां जिले में आतंकवादियों ने 4 गैर स्थानीय श्रमिकों को गोली मार दी। इनमें से तीन बिहार के सुपौल जिले और एक सहरसा के रहने वाले हैं। आतंकवादियों ने दक्षिण कश्मीर जिले के गगरान इलाके में 4 गैरस्थानीय श्रमिकों पर गोलीबारी की जिसमें सभी घायल हो गये। जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां चारों जिन्दगी और मौत के बीच जूझ रहे हैं। 


घायल मजदूरों की पहचान अनमोल कुमार, पिंटू कुमार ठाकुर और विनोद ठाकुर के रूप में हुई है। ये तीनों सुपौल के रहने वाले हैं। जबकि एक सहरसा जिले के काशिमपुर के रहने वाले हीरा लाल यादव हैं। घटना की सूचना मिलते ही उनके परिजनों के बीच कोहराम मचा हुआ है। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। रोते हुए परिजनों ने इस घटना को लेकर बिहार सरकार पर उठाया सवाल। कहा कि यदि रोजगार बिहार में होता तो उनका बेटा गोली खाने के लिए कश्मीर नहीं जाता। 


कश्मीर के शोपिया में आतंकियों के कायराना हरकत के बाद इलाके में नाकेबंदी कर हमलावरों की गिरफ्तारी के लिए सर्च अभियान चलाया जा रहा है। इलाके में बड़ी संख्या में सुरक्षाबलों की तैनाती की गयी है। सुपौल के जदिया के रहने वाले घायल पिंटू के परिजनों का कहना है कि कल सुबह पिंटू से बात हुई थी उस वक्त वो पूरी तरह से ठीक था लेकिन रात में अचानक कश्मीर से फोन आया कि आतंकियों ने तीन लोगों को गोली मार दी है। 


पिंटू के परिजनों ने नीतीश सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा कि बिहार में कोई रोजगार होता तो आज उनका बेटा कश्मीर गोली खाने नहीं जाता। यही हाल त्रिवेणीगंज के लहर्निया के रहने वाले विनोद ठाकुर और अनमोल ठाकुर के परिवार का है। ये तीनों एक दूसरे के रिश्तेदार हैं। जो घर की माली हालत खराब रहने के कारण कश्मीर में राजमिस्त्री का काम करने चले गये। 


पिंटू पहली बार अपने रिश्तेदारों के साथ कश्मीर कमाने गया लेकिन इस घटना ने उसके पूरे परिवार को झकझोर कर रख दिया है। पिंटू की माँ ने खाना-पीना तक त्याग दिया है। मां का रो-रोकर और भी बुरा हाल है। वह केवल अपने बेटे पिंटू को खोज रही है। इधर परिजन कश्मीर में संपर्क नहीं होने से काफी परेशान हैं। वो सरकार से अपील कर रहे है कि उसका बेहतर तरीके से इलाज कराया जाए।