PATNA: बिहार के 17 जिलों में अब तब 7.18 करोड़ बिजली चोरी हो चुकी है। इस लिस्ट में सब से पहले पटना है। बिजली इंजीनियरों ने 1.98 करोड़ की चोरी पकड़ी है। मंगलवार को समीक्षा के दौरान बिजली इंजीनियरों ने कुल 114886 मीटर की जांच की। इसमें 2076 मीटर से चोरी करते पकड़ा गया है। इससे बिजली कंपनी को 718.07 लाख का नुकसान झेलना पड़ा।
इसमें 1300 उपभोक्ताओं ने 345.63 लाख रुपए जमाकर सप्लाई चालू करवाया है। लेकिन अभी तक 776 उपभोक्ताओं के परिसर में बिजली की सप्लाई बंद है। वहीं उपभोक्ताओं के परिसरों की भी जांच की जाएगी। भीषण गर्मी में बिजली सप्लाई बंद रहने के दौरान उपभोक्ताओं की फिर से बिजली चोरी करने की संभावना है। ऐसे में बिजली कंपनी को भारी नुकसान होगा।
निगरानी टीम को मिला टास्क
वहीं, साउथ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी के जीएम राजस्व अरविंद कुमार ने बताया कि जांच में बिजली चोरी होने का मामला सामने आया है। जिसके बाद सभी सर्किल को जांच की संख्या बढ़ाने और दर्ज होने वाले प्राथमिकी कार्रवाई सुनिश्चित करने, बिजली चोरी में पकड़े जाने वाले उपभोक्ताओं के परिसर की लगातार निगरानी करने का टास्क दिया गया है। उन्होंने कहा कि बिजली चोरी में पकड़े जाने वाले उपभोक्ताओं ने जुर्माना जमा करने स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाकर कनेक्शन चालू कर पाएंगे। सभी विद्युत कार्यपालक अभियंताओं को निर्देश का अनुपालन सुनिश्चित करने का आदेश दिया गया है।
सघन अभियान चलाने का निर्देश
पेसू के पूर्वी और पश्चिमी अंचल के साथ भागलपुर और मुंगेर अंचल में प्राथमिकी कम हुई है। इन चारों सर्किलों में मीटर जांच की संख्या बढ़ाने का निर्देश दिया गया है। जबकिआरा, जमुई और सासाराम अंचल में प्राथमिकी दर्ज किए जाने वाले उपभोक्ताओं के भुगतान कम दर्ज किये गए है।
अंचल प्राथमिकी जुर्माना
पटना 428 146.34 लाख
गया 356 1 40.49 लाख
जमुई 144 39.17 लाख
मुंगेर 58 24.58 लाख
अंचल प्राथमिकी जुर्माना
पेसू पूर्वी 46 37.34 लाख
पेसू पश्चिमी 14 14.64 लाख
आरा 139 20.61 लाख
औरंगाबाद 248 58.49 लाख
भागलपुर 58 25.30 लाख
नालंदा 279 129.41 लाख
सासाराम 306 81.70 लाख