PATNA : बिहार में इस बार इंटर और मैट्रिक परीक्षा के रिजल्ट के लिए छात्रों को लंबा इंतजार करना पड़ सकता है। पिछली बार समय पर इंटर और मैट्रिक का रिजल्ट समय पर जारी कर बिहार सरकार और बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने खूब वाहवाही बटोरी थी । लेकिन इस बार शिक्षकों की हड़ताल की वजह से सरकार की फजीहत होनी तय मानी जा रही है।
पूरे बिहार में आज से इंटर परीक्षा का कॉपियों की जांच प्रक्रिया शुरू हो गयी है। लेकिन शिक्षकों की हड़ताल के बीच सेंटर पर शिक्षक नदारद दिख रहे हैं। कॉपी जांच में लगाए गये शिक्षकों में 50 फीसदी से भी कम सेंटर पर पहुंचे हैं। पटना समेत बिहार के तमाम जिलों का यहीं हाल है। पटना जिले में तो 25 फरवरी को ही शिक्षकों को योगदान के लिए बुलाया गया था । लेकिन 1200 शिक्षकों में महज 350 शिक्षक की केन्द्र पर पहुंचे।
हालांकि सरकार ने शिक्षकों को चेतावनी देते हुए पहले ही आदेश जारी किया था कि जिन शिक्षकों को मूल्यांकन कार्य में लगाया गया है और वे योगदान नहीं देते है तो उन्हें बर्खास्त कर उन पर एफआईआर दर्ज कर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। लेकिन सरकार की इस धमकी का असर शिक्षकों पर पड़ता नहीं दिखता।
बता दें कि पटना जिले में इंटर की कॉपियों की जांच के लिए सात केंद्र बनाये गये हैं। वहीं बाकी सभी जिलों में पांच से छह सेंटर बनाये गये हैं। बिहार बोर्ड की मानें तो छात्रों की संख्या के मुताबिक केंद्रों की संख्या तय की गयी है। बोर्ड की मानें तो परीक्षकों को मूल्यांकन केंद्र पर सीधा योगदान देना है। बोर्ड ने शिक्षकों को ऑनलाइन नियुक्ति पत्र भेजा है। शिक्षकों को नियुक्त पत्र डाउनलोड करके सीधा मूल्यांकन केंद्र पर जाकर योगदान देना है।