PURNEA: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले दिनों पूर्णिया मेडिकल कॉलेज अस्पताल का उद्घाटन किया था। अस्पताल के उद्घाटन के मौके पर दावा किया गया था कि अब सीमांचल के लोगों को उनके घर के पास ही बेहत स्वास्थ्य सेवा मिलेगी हालांकि, दावे खोखले साबित हो रहे हैं।
दरअसल, पूर्णिया मेडिकल कॉलेज अस्पताल में शुक्रवार को इलाज के अभाव में एक मरीज की तड़प-तड़पकर मौत हो गई। मरीज की मौत के बाद परिजनों ने डाक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाकर हंगामा खड़ा कर दिया। परिजनों का आरोप था कि मरीज के भर्ती होने के बाद कोई डॉक्टर झांकने तक नहीं आए। ज़ब तक डॉक्टर पहुंचते तब तक मरीज की मौत हो चुकी थी।
गुस्साएम परिजनों ने अस्पताल में तैनात नर्स को वहां से खदेड़ दिया, जिसके बाद मौके पर अफरातफरी मच गई। मौके पर पहुंचे गार्ड्स ने हालात पर काबू पाया। मृतक की पहचान सदर थाना क्षेत्र के गुलाबबाग गुंडा चौक निवासी 45 वर्षीय भोला भगत के रूप में हुई है जो गुलाबबाग गुंडा चौक पर पान की दुकान चलाते थे। मृतक के बेटे ने बताया कि गुरुवार की रात करीब 10 बजे भोला भगत को अचानक उलटी होने लगी।
जिसके तुरंत बाद उन्हें पूर्णिया मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया लेकिन मरीज को देखने के लिए कोई डॉक्टर नहीं आया। बार -बार बुलाने के बाद भी कोई डॉक्टर नहीं पहुंचा। इधर, मरीज की तबीयत लगातार बिगड़ती चली गई और आखिरकार उसने तड़पकर दम तोड़ दिया। परिजनों ने ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।