SHEOHAR: शिवहर जिले से इस वक्त बड़ी खबर आ रही है जहां बागमती नदी पर बना तटबंध टूट गया है। एसडीएम अविनाश कुणाल ने बताया कि तरियानी छपरा में करीब 20 फीट के आसपास तटबंध टूटा है। जहां पानी का तेज बहाव होने से सैकड़ों घरों में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है।
अचानक कई इलाके में पानी घुस जाने से अफरा-तफरी का माहौल बना हुआ है। बता दें कि अभी भी बागमती नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 195 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है। बांध टूटने की खबर मिलते ही पूरा जिला प्रशासन तरियानी छपरा गांव में पहुंचकर रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया है।
वही सीतामढ़ी के बेलसंड प्रखंड स्थित मधकौल बांध भी पानी के तेज बहाव में टूट कर बह गया। बागमती नदी के जलस्तर में लगातार हो रही तेजी से वृद्धि के कारण तटबंध पर दबाव बना था जिसके कारण बांध टूटने से मौके पर अफरा-तफरी मच गई। गांव की तरफ तेजी से बाढ़ का पानी बढ़ रहा है। सूचना के बाद एसडीओ मौके पर पहुंचे हैं। मधकौल बांध टूटने के बाद तीव्र गति से पानी गांव की तरफ बढ़ रहा है। बागमती नदी के रौद्र रूप धारण करने के कारण पूरे इलाके में बात का पानी फैल गया है। वही तटबंध पर नदी के पानी का तेज दबाव बना हुआ है।
बाढ़ के संभावित खतरे को लेकर एक और जहां जिला प्रशासन अलर्ट है। सीतामढ़ी डीएम और एसपी ने बेलसंड प्रखंड के विभिन्न बांधों का कल निरीक्षण किया था और इस दौरान बागमती विभाग के कार्यपालक अभियंता एवं एसडीओ को बांध की मरम्मती एवं रेन कट को ठीक करने का निर्देश दिया गया था।
बता दें कि नेपाल में भारी बारिश के बाद बिहार में पानी छोड़ा गया है जिससे कई इलाकों में बाढ़ का पानी घुस गया है। गंडक, कमला सहित कई नदियां इन दिनों ऊफान पर है। वही गंडक का एक तटबंध भी टूट गया है। चखनी से रतवल जाने वाली सड़क सह बांध खैरटवा के पास तटबंध के टूटने से बड़े इलाके की आबादी को भारी नुकसान पहुंचा है। बिहार में एक के बाद एक तटबंधों के टूटने की सूचना आ रही है।
शिवहर से समीर कुमार झा की रिपोर्ट