NAWADA : बिहार के नवादा जिले में डायरिया से हाहाकार मचा हुआ है। यहां एक ही गांव के करीब चार दर्जन लोग बीमार पड़ गए हैं। जबकि एक महिला की मौत भी हो गई है। बताया जा रहा है कि अचानक ही कुछ लोगों को उल्टी-दस्त शुरू हो गया। उसके बाद पीड़ित लोगों को नजदीकी मिल्की स्वास्थ्य उप केंद्र ले जाया गया। जहां एक महिला की हालत काफी खराब हो गई और इलाज के दौरान ही उसकी मौत भी हो गई।
मिली जानकारी के अनुसार जिले के वारिसलीगंज प्रखंड के मंजौर पंचायत के बलबापर गांव में डायरिया ने करीब चार दर्जन लोगों को अपनी चपेट में ले लिया है। डायरिया पीड़ित एक 55 वर्षीया महिला की मौत हो जाने की बात ग्रामीणों द्वारा कही जा रही है। डायरिया होने की सूचना के बाद वारिसलीगंज पीएचसी के चिकित्सक व स्वास्थ्य कर्मियों की टीम ने गांव पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया। पीड़ित लोगों को इलाज के लिए वारिसलीगंज पीएचसी लाया गया। जहां करीब एक दर्जन पीड़ितों का इलाज चल रहा है।
वहीं, वारिसलीगंज पीएचसी में अपने परिजनों का इलाज कराने पहुंचे ग्रामीण विजेंद्र यादव और बीमार चंदन कुमार ने बताया कि कुछ लोगों को अचानक उल्टी-दस्त शुरू हो गया। तब शनिवार को पीड़ित लोगों को नजदीकी मिल्की स्वास्थ्य उपकेंद्र ले जाया गया। जहां किसी प्रकार का सुधार नहीं होने के बाद बेहतर चिकित्सा के लिए दशरथ यादव की 60 वर्षीय पत्नी उर्मिला देवी को नवादा ले जाया गया। बताया गया कि गांव में करीब 40 लोग डायरिया की चपेट में हैं। जिसमें कुछ गंभीर रूप से बीमार लोगों को इलाज के लिए पीएचसी लाया गया है।
उधर, चिकित्सा पदाधिकारी आरती अर्चना ने बताया कि डायरिया होने की सूचना के बाद तुरंत चिकित्सकों का दल लेकर गांव पहुंचा। जहां से कुछ लोगों को बेहतर चिकित्सा के लिए पीएचसी लाया गया। बताया गया कि अधिकांश पीड़ित लोगों में दस्त और उल्टी होने की शिकायत है। एक महिला की मौत डायरिया से होने के संबंध में पूछे जाने पर चिकित्सा पदाधिकारी ने बताया कि मृतक महिला की रिपोर्ट नहीं मिल सकी है। जिस कारण कुछ भी कह पाना संभव नहीं है। बताया गया कि अत्यधिक गर्मी व अन्य कारण से लोग बड़ी संख्या में बीमार हो सकते हैं।